कोरिया: कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रशासन ने लॉकडाउन का फैसला लिया है. जिले में 11 अप्रैल से लॉकडाउन शुरू भी हो गया. इस बीच कोरिया विकासखंड के भरतपुर से जो तस्वीरें निकलकर आई है, वो डराने वाली है. भरतपुर में कंटेनमेंट होने से पहले रविवार को पेट्रोल पंप पर भारी भीड़ उमड़ पड़ी. हर कोई बाइक और कार में पेट्रोल भरवाने की जद्दोजहद करते दिखा. इस दौरान पेट्रोल पंप पर सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ती रही. प्रशासनिक टीम सिर्फ इधर-उधर घूमती रही, लेकिन उन्होंने इस ओर ध्यान नहीं दिया.
लॉकडाउन की खबर सुनते ही बाजारों में उमड़ी भीड़
जिले में रविवार शाम 6 बजे से लॉकडाउन लागू हो गया है. ऐसे में रविवार की सुबह से शाम तक गांव के बाजार दुकान वाले इलाकों में जमकर भीड़ दिखी. गांव में पहले से घोषित कंटेनमेंट जोन वाले इलाकों में भी दुकानदारी चलती रही. कोरिया को बंद करने की खबर प्रसारित होने के बाद लोग एक सप्ताह के लिए सामान लेने बाजारों में उमड़ पड़े. रविवार को सुबह से प्रमुख मार्ग, इलाकों में लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई. भीड़ में लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन व मास्क पहनना भूल गए. दुकानदारों ने भी लापरवाही बरतने में कोई कसर नहीं छोड़ी. पेट्रोल पंप पर कंटेनमेंट लागू होने के बाद केवल शासकीय कर्मचारियों को पेट्रोल-डीजल देने के फरमान के बाद सैकड़ों की संख्या में लोग पेट्रोल लेने पहुंचे.
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही : लॉकडाउन के पहले बाजारों में उमड़ी लोगों की भीड़
कालाबाजारी रोकने नहीं दिखी तैयारी
दूसरी ओर प्रशासन की ओर से कालाबाजारी रोकने कोई तैयारी नहीं दिखी. स्थिति ऐसी थी कि कालाबाजारियों के ऊपर कार्रवाई करने के लिए कोई टीम का गठन नहीं किया गया था. इससे कालाबाजार करने वालों के हौसले बुलंद रहे. गुड़ाखू, तंबाकू, खाद्य तेल, सब्जी, फल सहित अन्य खाद्य सामग्री दोगुने दाम में बिके.