ETV Bharat / state

कोरिया का सिद्धबाबा धाम, यहां हर मनोकामना होती है पूरी - Siddha Baba Dham

कोरिया जिले के ऊंची पहाड़ी स्ठित सिद्ध बाबा धाम की महिमा अपरंपार है. भक्तों में विश्वास है कि यहां भगवान भोलेनाथ से जो मांगा जाता है वह पूरा होता है. श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं अवश्य पूरी होती है. इसी श्रद्धा और विश्वास के बीच यहां श्रावण मास में हर साल भक्तों का कारवां उमड़ता है.

पहाड़ी स्थित सिद्ध बाबा पर पूजन अर्चन करते श्रद्धालु
author img

By

Published : Aug 23, 2021, 4:36 PM IST

Updated : Aug 23, 2021, 7:27 PM IST

कोरियाः जिले में भगवान भोलेनाथ के कई प्रमुख मंदिर है लेकिन ऊंची पहाड़ी स्ठित सिद्ध बाबा धाम की ख्याति ही बिलकुल अलग है. मनेन्द्रगढ़ शहर से कुछ दूरी पर लगी पहाड़ी स्थित सिद्ध बाबा धाम को ग्राम देवता के रूप में जाना जाता है. यहां श्रद्धालु दूर-दूर से आते हैं. आने वाले श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं पूरी होती हैं. श्री सिद्धेश्वर महादेव के इस धाम में वैसे तो साल के हर दिन भक्त पहुंचते हैं. यहां भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना करने से हर मनोकामना पूरी होती है.

कोरिया का सिद्धबाबा धाम

श्रद्धालु यहां दूर-दूर से भोलेनाथ के दर्शन करने के लिए आते हैं. यह प्राचीन मंदिर सौ साल पुरानी है. ऊंची पहाड़ी तक जाने के लिए श्रद्धालुओं को पैदल ही किसी तरह पहाड़ पर चढ़कर पहुंचना होता था, पर अब यहां विकास के लिए बनी सिद्ध बाबा सेवा समिति के द्वारा नीचे से ऊपर पहाड़ी के रास्ते तक का निर्माण करवा दिया गया है. इससे बाबा के दरबार तक आसानी से पहुंचा जा सकता है. इस धाम में छत्तीसगढ विधानसभा अध्यक्ष डाक्टर चरणदास महंत की भी आस्था है. यही कारण है कि वह यहां पर विधानसभा अध्यक्ष बनने के बाद दो बार आ चुके हैं. इन दिनों यहां पर मंदिर के नव-निर्माण का काम चल रहा है. इसे ओडिशा के कारीगरों द्वारा केदारनाथ धाम की तरह बनाया जाना है.

जानें कहां अंतिम संस्कार से पहले पांच बहनों ने मृत भाई को बांधी राखी
यहां होता है भगवान शिव का दिव्य श्रृंगारः

श्री सिद्धेश्वर महादेव सिद्ध बाबा के इस धाम में भोलेनाथ के अलावा हनुमानजी, गणेश जी, मां काली की प्रतिमा भी विराजित है. धाम में एक तपस्थली भी है. मंदिर के सामने एक कल्पवृक्ष है, जिसमें तीन पेड़ एक साथ एक जगह पर मौजूद है. मंदिर में सुबह और शाम को आरती कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया जाता है. सोमवार के दिन उज्जैन की तरह भोलेनाथ के दिव्य स्वरूप का श्रृंगार होता है, जो देखते ही बनता है. साथ ही हर सोमवार की शाम यहां महा-आरती भी होती है. यहां महाशिवरात्रि, मकर संक्रांति के अलावा सावन सोमवार के अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं और भोलेनाथ की पूजा अर्चना करते हैं.

कोरियाः जिले में भगवान भोलेनाथ के कई प्रमुख मंदिर है लेकिन ऊंची पहाड़ी स्ठित सिद्ध बाबा धाम की ख्याति ही बिलकुल अलग है. मनेन्द्रगढ़ शहर से कुछ दूरी पर लगी पहाड़ी स्थित सिद्ध बाबा धाम को ग्राम देवता के रूप में जाना जाता है. यहां श्रद्धालु दूर-दूर से आते हैं. आने वाले श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं पूरी होती हैं. श्री सिद्धेश्वर महादेव के इस धाम में वैसे तो साल के हर दिन भक्त पहुंचते हैं. यहां भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना करने से हर मनोकामना पूरी होती है.

कोरिया का सिद्धबाबा धाम

श्रद्धालु यहां दूर-दूर से भोलेनाथ के दर्शन करने के लिए आते हैं. यह प्राचीन मंदिर सौ साल पुरानी है. ऊंची पहाड़ी तक जाने के लिए श्रद्धालुओं को पैदल ही किसी तरह पहाड़ पर चढ़कर पहुंचना होता था, पर अब यहां विकास के लिए बनी सिद्ध बाबा सेवा समिति के द्वारा नीचे से ऊपर पहाड़ी के रास्ते तक का निर्माण करवा दिया गया है. इससे बाबा के दरबार तक आसानी से पहुंचा जा सकता है. इस धाम में छत्तीसगढ विधानसभा अध्यक्ष डाक्टर चरणदास महंत की भी आस्था है. यही कारण है कि वह यहां पर विधानसभा अध्यक्ष बनने के बाद दो बार आ चुके हैं. इन दिनों यहां पर मंदिर के नव-निर्माण का काम चल रहा है. इसे ओडिशा के कारीगरों द्वारा केदारनाथ धाम की तरह बनाया जाना है.

जानें कहां अंतिम संस्कार से पहले पांच बहनों ने मृत भाई को बांधी राखी
यहां होता है भगवान शिव का दिव्य श्रृंगारः

श्री सिद्धेश्वर महादेव सिद्ध बाबा के इस धाम में भोलेनाथ के अलावा हनुमानजी, गणेश जी, मां काली की प्रतिमा भी विराजित है. धाम में एक तपस्थली भी है. मंदिर के सामने एक कल्पवृक्ष है, जिसमें तीन पेड़ एक साथ एक जगह पर मौजूद है. मंदिर में सुबह और शाम को आरती कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया जाता है. सोमवार के दिन उज्जैन की तरह भोलेनाथ के दिव्य स्वरूप का श्रृंगार होता है, जो देखते ही बनता है. साथ ही हर सोमवार की शाम यहां महा-आरती भी होती है. यहां महाशिवरात्रि, मकर संक्रांति के अलावा सावन सोमवार के अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं और भोलेनाथ की पूजा अर्चना करते हैं.

Last Updated : Aug 23, 2021, 7:27 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.