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कोरिया के सीतामढ़ी में संतों ने प्रचंड धूप में किया यज्ञ , जानिए क्यों ? - सीतामढ़ी में नौतपा पर महायज्ञ का आयोजन

कोरिया के भरतपुर स्थित सीतामढ़ी में नौतपा के दौरान संतों ने महायज्ञ का आयोजन किया है. जानिए इस यज्ञ का क्या मकसद है

saints organized yagya
संतों ने प्रचंड धूप में किया यज्ञ
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Published : Jun 2, 2022, 8:16 PM IST

कोरिया: छत्तीसगढ़ में नौतपा शुरू हो चुका है. इन नौ दिनों में तेज गर्मी होती है. इस नौतपा में कोरिया के घघरा के सीतामढ़ी में यज्ञ का आयोजन किया गया (Mahayagya organized on Nautapa in Sitamarhi) है. दरअसल, भरतपुर के घघरा स्थित सीतामढ़ी में संत कड़ी धूप में बैठकर लोगों के कल्याण के लिए यज्ञ कर रहे हैं.

राम ने किया था सीतामढ़ी का निर्माण: इस विषय में संतों का कहना है, "इस यज्ञ का मकसद लोक कल्याण के लिए परमात्मा को प्रसन्न करना है. यज्ञ से निकली सुगंध से वातावरण में फैले प्रदूषण दूर होते हैं. भरतपुर के ग्राम घघरा में प्रसिद्ध सीतामढ़ी की गुफाएं हैं. वनवास के दौरान यहां भगवान राम अपने भाई लक्ष्मण और पत्नी सीता जी के साथ रुके थे. उसी दौरान यहां भगवान राम ने सीतामढ़ी का निर्माण किया था."

नौतपा में यज्ञ

यह भी पढ़ें: रायपुर में विद्युत संविदाकर्मियों का आंदोलन, 20वें दिन हवन-यज्ञ कर जताया विरोध

पहली बार नौतपा में महायज्ञ का आयोजन: सीतामढ़ी धाम घघरा में पहली बार नौतपा में महायज्ञ का आयोजन किया गया है. नौ दिनों तक ये यज्ञ दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक जारी रहेगा. सीतामढ़ी में चैबीसों घंटे अखंड कीर्तन भी किया जा रहा है. यह नौतपा यज्ञ चलने वाले कार्यक्रम में रोजाना शाम 3 बजे से 6 बजे तक शिव महापुराण कही जा रही है. रात 7 से 9 तक सीतामढ़ी धाम घाघरा में रामलीला का आयोजन किया जा रहा है. भक्तों के लिए प्रसाद के रूप में रोजाना भंडारा का आयोजन किया जा रहा है.

कोरिया: छत्तीसगढ़ में नौतपा शुरू हो चुका है. इन नौ दिनों में तेज गर्मी होती है. इस नौतपा में कोरिया के घघरा के सीतामढ़ी में यज्ञ का आयोजन किया गया (Mahayagya organized on Nautapa in Sitamarhi) है. दरअसल, भरतपुर के घघरा स्थित सीतामढ़ी में संत कड़ी धूप में बैठकर लोगों के कल्याण के लिए यज्ञ कर रहे हैं.

राम ने किया था सीतामढ़ी का निर्माण: इस विषय में संतों का कहना है, "इस यज्ञ का मकसद लोक कल्याण के लिए परमात्मा को प्रसन्न करना है. यज्ञ से निकली सुगंध से वातावरण में फैले प्रदूषण दूर होते हैं. भरतपुर के ग्राम घघरा में प्रसिद्ध सीतामढ़ी की गुफाएं हैं. वनवास के दौरान यहां भगवान राम अपने भाई लक्ष्मण और पत्नी सीता जी के साथ रुके थे. उसी दौरान यहां भगवान राम ने सीतामढ़ी का निर्माण किया था."

नौतपा में यज्ञ

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पहली बार नौतपा में महायज्ञ का आयोजन: सीतामढ़ी धाम घघरा में पहली बार नौतपा में महायज्ञ का आयोजन किया गया है. नौ दिनों तक ये यज्ञ दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक जारी रहेगा. सीतामढ़ी में चैबीसों घंटे अखंड कीर्तन भी किया जा रहा है. यह नौतपा यज्ञ चलने वाले कार्यक्रम में रोजाना शाम 3 बजे से 6 बजे तक शिव महापुराण कही जा रही है. रात 7 से 9 तक सीतामढ़ी धाम घाघरा में रामलीला का आयोजन किया जा रहा है. भक्तों के लिए प्रसाद के रूप में रोजाना भंडारा का आयोजन किया जा रहा है.

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