कोरिया: कृषि कानून को लेकर किसानों का प्रदर्शन 73वें दिन भी जारी है. सरकार और किसानों के बीच काफी दौर की बातचीत हो गई है, लेकिन हल अभी तक नहीं निकला है. शनिवार को किसानों ने देशभर में दोपहर 12 से 3 बजे तक चक्काजाम किया. जिले में भी चक्काजाम का असर दिखा. जिले में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने भी समर्थन देते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग मनेन्द्रगढ़ अंबिकापुर के खरबत रेलवे गेट चौक पर चक्काजाम किया.
भारी पुलिस बल की हुई तैनाती
इस दौरान बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहे. वहीं किसी भी तरह से सुरक्षा व्यवस्था में चूक न हो इसलिए भारी संख्या में पुलिस बल भी मौजूद थे. इधर बस्तर के केशलूर जंक्शन नेशनल हाईवे पर भी किसानों ने चक्काजाम किया. बस्तर कांग्रेस कमेटी ने इस आंदोलन का समर्थन किया है. कांग्रेस ने इस विरोध प्रदर्शन को शांतिपूर्ण तरीके से करने की बात कही. वहीं बस्तर के ब्लॉक स्तर पर भी यह चक्काजाम किया गया. चक्काजाम की वजह से गाड़ियों की लंबी कतार लग गई. बड़ी संख्या में पुलिस बल भी तैनात किए गए हैं.
बस्तर: केशलूर में किसानों ने किया चक्काजाम
कांग्रेस का केंद्र सरकार पर निशाना
कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि केंद्र सरकार किसानों के साथ अन्याय कर रही है. तीनों कृषि कानून की वापसी और समर्थन मूल्य में खरीदी को कानूनी गारंटी देने की मांग पर दिल्ली सहित पूरे भारत के किसान आंदोलनरत हैं. करीब 72 दिन बीत जाने के बाद भी कड़कड़ाती ठंड में किसान दिल्ली में जमे हुए हैं. वहीं केंद्र सरकार अन्नदाताओं को आतंकवादी और खालिस्तानी बता रही है.अब किसान आंदोलन जनआंदोलन का रूप ले चुका है.