कोरिया : चिरिमिरी में कोयला लोडिंग में होने वाली अवैध वसूली को लेकर चिरिमिरी रोड सेल एक बार फिर सुर्खियों में है. मोटर मालिकों का आरोप है कि कालरी के अधिकारियों से लेकर प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को मैनेज करने के नाम पर प्रतिदिन मोटी राशि की वसूली की जा रही है. भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष और पूर्व विधायक दीपक पटेल ने मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है.
बता दें कि अवैध वसूली को लेकर चिरिमिरी रोड सेल हमेशा सुर्खियों में रहा है. ताजा मामले में वाहन मालिक अमित जायसवाल ने पत्रकारों को बताया कि वर्तमान में लोडिंग करने, कालरी के अधिकारी, प्रशासन और जनप्रतिनिधयों को मैनेज करने के नाम पर प्रति ट्रक 3 हजार रुपये तक की वसूली की जा रही है. यह राशि किन लोगों को दी जा रही है इस बारे में उन्हें कुछ नहीं बताया जाता. यह राशि ट्रांसपोर्टरों के माध्यम से वसूल की जाती है. यदि वे इस राशि को देने से इनकार करते है तो उन्हें टोकन नहीं मिलता, जिसके कारण उनकी गाड़ी लोड नहीं हो पाती.
भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष और पूर्व विधायक दीपक पटेल ने कहा कि चिरिमिरी रोड सेल शुरू से भ्रष्टाचार का अड्डा है. पहले यहां कालरी के अधिकारियों, प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को मैनेज करने के नाम पर प्रति टन 10 रुपये की वसूली की जाती थी जो अब बढ़कर प्रति टन 65 रुपये हो गई है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर पूरे मामले की शिकायत की है और इस मामले में उच्च स्तरीय जांच की मांग की है.
अधिकारियों ने झाड़ा पल्ला
मामले मे कालरी का पक्ष जानने के लिए चिरिमिरी कालरी के उपक्षेत्रीय प्रबंधक और मुख्य महाप्रबंधक का पक्ष जानने के लिए चिरिमिरी सीएसपी प्रितपाल सिंह से संपर्क किया लेकिन तीनों ने इस मुद्दे पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया.