कोरिया: कोरोना महामारी को देखते हुए पूरे देश में लॉकडाउन किया गया. इसके साथ ही केंद्र सरकार ने सभी स्कूलों को बंद करने के आदेश दिए हैं. छात्रों के अभिभावकों पर फीस के लिए दबाव नहीं बनाने के निर्देश भी हैं. इसके बाद भी मनेन्द्रगढ़ के एक इंग्लिश मीडियम स्कूल में छात्रों के अभिभावकों को अप्रैल महीने का फीस जमा करने के बाद ही रिजल्ट देने की बात कही जा रही है.
दरअसल 12 अप्रैल को जिले के एक निजी स्कूल में नौवीं का रिजल्ट घोषित किया गया. वहीं जिन बच्चों की फीस अप्रैल महीने तक जमा नहीं की गई है उन पर दबाव बनाया जा रहा है कि वह पहले फीस जमा करें, उसके बाद ही उनको रिजल्ट दिया जाएगा. जिन बच्चों के फीस जमा नहीं है उन्हें ऑनलाइन पढ़ाई के लिए बनाए गए व्हाट्सएप ग्रुप में भी नहीं जोड़ा गया है. साथ ही आगे की कक्षाओं की किताब भी मुहैया नहीं कराई जा रही है. ऐसे में छात्रों के अभिभावकों का कहना है कि स्कूल प्रबंधन के कारण उनके बच्चे अपनी पढ़ाई में पिछड़ जाएंगे.
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प्राइवेट स्कूल की मनमानी के बारे में जब ETV भारत की टीम ने ए.बी.ओ. सलीम खान से बात की तो उनका कहना था कि उन्होंने सभी प्राइवेट स्कूलों को बताया है कि अभिभावकों पर फीस के लिए दवाब न बनाए. इसके बावजूद अगर कोई स्कूल ऐसा करता है, तो वे डी.ई.ओ. को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग करेंगे.