कोरिया: दूसरे राज्यों से मजदूरों और आम लोगों के छत्तीसगढ़ आने का सिलसिला लगातार जारी है. इन सभी के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रदेश के अलग-अलग जिलों में क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए हैं, जिनमें 14 दिनों के लिए लोगों को क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है. हालांकि इन सेंटरों में रहने वाले लोगों ने कई तरह की अव्यवस्थाओं का भी जिक्र किया है. ऐसा ही मामला जिले के भरतपुर विकासखंड से सामने आया है, जहां के क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे लोगों ने गांव की सरपंच सुमन लता सिंह पर जरूरी सुविधाएं मुहैया नहीं करवाने का आरोप लगाया है.
बता दें कि छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण में लगातार इजाफा हो रहा है. वहीं कोरोना से लड़ने के लिए शासन-प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग हरसंभव कोशिश कर रहा है. लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में जनप्रतिनिधियों की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रही है, जिसकी वजह से दूसरे राज्यों से आए लोगों को कोई भी सुविधा नहीं मिल पा रही है और उन्हें कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है.
क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे लोगों का सरपंच पर आरोप
दरअसल भरतपुर विकासखंड के कंजिया ग्राम पंचायत के शासकीय हाई स्कूल को क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया है. यहां पर दूसरे राज्य से आए प्रवासी मजदूर और लोग रह रहे हैं. यहां पंचायत स्तर पर रहने-खाने, सोने और जरूरी सामानों की व्यवस्था की जानी थी, लेकिन लोगों का आरोप है कि सरपंच ने उनके लिए सुविधाओं का इंतजाम नहीं किया है.
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क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे लोगों का कहना है कि इस सेंटर में कोई व्यवस्था नहीं है. यहां तक की पंखे और लाइटें भी नहीं लगाई गई हैं. वहीं सरपंच का कहना है कि वे अपनी तरफ से हरसंभव प्रयास कर रही हैं और मजदूरों की हर छोटी-बड़ी जरूरतों का ख्याल रख रही हैं. सरपंच सुमन लता सिंह ने बताया कि पंचायत की तरफ से जरूरी सामान जैसे तेल, साबुन, वॉशिंग पाउडर की व्यवस्था कराई जा रही है. इस संबंध में जब ETV भारत की टीम ने जनपद पंचायत के सीईओ से बात की, तो उनका कहना था कि इस बात की जानकारी उन्हें मीडिया के जरिए मिली है, जिस पर उन्होंने जांच करवाने की बात कही है.