एमसीबी: पूरे मामले की जानकारी देते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निमेष बरैया ने बताया कि "थाना मनेंद्रगढ़ में शिकायतकर्ता चंद्रशेखर ठाकुर ने मनेंद्रगढ़ थाना आकर रिपोर्ट दर्ज कराया की पीएमजेएसवाई कार्यालय बैकुंठपुर में कार्यरत चपरासी मोइज अहमद ने दो लाख रुपए लेकर नौकरी लगाने की ठगी की है. पूछताछ में पता लगा कि ऐसी ही शिकायत और भी अन्य लोगों की भी आई है. जब सभी 6 शिकायतकर्ताओं के पूछताछ की गई तो पता चला कि लगभग 13 लाख की ठगी और मनेंन्दगढ के मामले को मिला कर 15 लाख की ठगी हुई है. सभी 6 शिकायतकर्ता अलग अलग जिलों के हैं.जांच के दौरान हमें कुछ साक्ष्य भी मिले हैं."
पुलिस ने टीम बना कर की कार्रवाई: शिकायतकर्ता की रिपोर्ट पर सिटी कोतवाली मनेंद्रगढ़ में अपराध संबंधित धाराओं पर अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया. जिसके बाद तत्काल पुलिस अधीक्षक टीआर कोशिमा ने मामले की मॉनिटरिंग के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निमेष कुमार बरैया और एसडीओपी मनेंद्रगढ़ राकेश कुर्रे के नेतृत्व में एक टीम गठित की. टीम फरार होने की कोशिश में लगे आरोपी मोइज अहमद को घेराबंदी कर बैकुंठपुर से पकड़ लिया गया.
पूछताछ में आरोपी ने कबूला अपराध: पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह पीएमजेएसवाई कार्यालय बैकुंठपुर में चपरासी के पद पर पदस्थ है. उसने अन्य लोगों से भी नौकरी लगाने के नाम पर धोखाधड़ी की है. आरोपी के पास से कुछ रायपुर मंत्रालय एवं जिला कलेक्ट्रेट बैकुंठपुर के नियुक्ति संबंधित फर्जी दस्तावेज मिले हैं. मामले की विवेचना की जा रही है. आरोपी को अपराध का दोषी पाए जाने पर उसे गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है. पुलिस आगे की जांच में जुट गई है. आरोपी ने अलग अलग जिले के कई लोगों को नौकरी लगाने के नाम पर ठगा है.