मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: जिले के विकासखंड भरतपुर में बिजली की अघोषित कटौती का असर स्वास्थ्य सेवाओं पर देखने को मिल रहा है. जनकपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज कराने आए लोगों को बिजली गुल होने के बाद कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. यहां अंधेरे में ही मरीजों का इलाज भी किया जाता है. जनकपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ही ब्लड बैंक की व्यवस्था की गई है. बिजली गुल होने से ब्लड के खराब होने का भी खतरा बना रहता है.
सोलर पैनल भी नहीं कर रहा काम : जनकपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सरकार की ओर से विद्युत आपूर्ति सुचारू रूप से संचालित करने की व्यवस्था भी की गई थी. यहां क्रेडा विभाग की ओर से सोलर पैनल भी लगाया गया था. लेकिन वह भी 6 महीने से खराब पड़ा हुआ है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से कई बार उसे सुधारने की बात कही गई है लेकिन अब तक कोई सुधार नहीं हो पाया है. जनकपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ब्लड बैंक की व्यवस्था की गई है. लेकिन बिजली के न रहने से उसके भी खराब होने का खतरा बना हुआ है.
"हम रोज विकास के ढोल पीटने की खबरें सुनते हैं. लेकिन अभी भी बेसिक सुविधाओं से जनकपुर का अस्पताल वंचित हैं. क्रेडा विभाग से सोलर लाइट जो लगाया गया था. वह भी 6 महीने से खराब है. गर्मी और बरसात में मरीज बिना बिजली के किस तरह रहकर इलाज कराते हैं. अस्पताल प्रबंधन को और शासन प्रशासन को इस विषय पर गंभीरता से विचार करना चाहिए." - निलेश, मरीज के परिजन
"जनकपुर इलाके में बिजली की समस्या है. सोलर लाइट अस्पताल में लगा हुआ है लेकिन वह पहले से खराब पड़ा है. वहीं कनेक्शन में कुछ टेक्निकल फॉल्ट आ गया था. सोलर सिस्टम दुरूस्त करने को लेकर कई बार संबंधित कंपनी और विभाग को पत्राचार किया गया है. उनके द्वारा जल्द ही सुधार किया जाएगा." -डॉ.सुरेश तिवारी, मुख्य चिकित्साधिकारी
अंधेरे में रात गुजारते हैं मरीज: इस अस्पताल में बिजली चले जाने के बाद वार्ड में भर्ती मरीज अंधरे में रात गुजारते हैं. पंखा बंद रहता है और मरीज रात भर गर्मी से परेशान रहते हैं. मरीजों को मोबाइल की टॉर्च जला कर किसी तरह से रात गुजारना पड़ता है. डॉक्टर भी मरीजो का इलाज मोबाइल का टॉर्च जला कर करते हैं. जबकि यहां पर लाखों रुपए की लागत से सोलर सिस्टम और प्लेट लगा हुआ है. लेकिन वो भी बेकार पड़ा हुआ है. जनरेटर है लेकिन उसे नहीं चलाया जाता.जेनरेटर में भी कुछ महीनाें से तकनीकी खराबी की बात कही जा रही है.