मनेंद्रगढ़/कोरिया: कोरोना काल में एक तरफ जहां स्कूल-कॉलेज बंद पड़े हैं. वहीं दूसरी ओर पढ़ाई सुचारू रखने के लिए ऑनलाइन क्लास भी चल रही है. ऐसे में भला दृष्टिबाधित छात्र पीछे क्यों रहते. पूरे हौसले के साथ दृष्टिबाधित छात्र ऑनलाइन क्लास में हिस्सा ले रहे हैं.
दृष्टिबाधित छात्रों ने पेश की मिसाल
मन की आंखों से रास्ता तलाश कर ये मुकाम हासिल करने वाले इन दृष्टिबाधित छात्रों ने एक मिसाल पेश की है. दृष्टिबाधित छात्र मोबाइल के जरिए ना सिर्फ ऑडियो कॉन्फ्रेंस और यूट्यूब से घर में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं.
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वॉइस कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ऑनलाइन क्लास
सरगुजा संभाग के एक मात्र मनेंद्रगढ़ के आमाखेरवा में स्थित नेत्रहीन व विकलांग शिक्षण-प्रशिक्षण विद्यालय कोरोना काल में पिछले 9 महीने से बंद है. स्कूल बंद होने से छात्रों को 'पढ़ई तुंहर दुआर योजना' के तहत ऑनलाइन पढ़ाई कराई जा रही है. छात्रों को वॉइस कॉन्फ्रेंसिंग के साथ वॉइस रिकॉर्डिंग के जरिए विषयवार विशेषज्ञ क्लास ले रहे हैं. शिक्षक छात्रों को नोट्स बनाने के लिए वॉइस मैसेज करते हैं. जिससे वे अपने नोट्स तैयार कर सकें.
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नहीं रुक रही पढ़ाई
छात्रों का कहना है कि ऑनलाइन क्लास से उनकी पढ़ाई नहीं रुक रही है. छात्रों ने बताया कि ऑडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शिक्षक उनकी क्लास ले रहे हैं. वॉइस मैसेज उन्हें वाट्सएप के जरिए भेजे जाते हैं. छात्रों ने बताया कि पढ़ाई को पूरा करने के लिए वे यूट्यूब का भी सहारा ले रहे हैं.
छात्र हो रहे लाभांवित
संस्था के प्राचार्य संतोष कुमार चढ़ोकर ने बताया कि बाकी स्कूलों की तरह नेत्रहीन विद्यालय में भी ऑनलाइन क्लास जारी है. छात्रों को ऑडियो कॉन्फ्रेंसिंग, वॉइस मैसेज के जरिए उनकी क्लास ली जा रही है. जिससे छात्र काफी लाभांवित हो रहे हैं.
अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस मौके पर स्कूल में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. हालांकि कोरोना के चलते अधिकतर छात्र घर पर ही रहकर पढ़ाई कर रहे हैं. कार्यक्रम में कुछ छात्र और विद्यालय का स्टाफ मौजूद रहा. इस मौके पर छात्रों को गर्म कपड़े और इलेक्ट्रॉनिक स्टिक दी गई.