कोरिया: जिले के बैकुंठपुर वन मंडल के जंगलों में अवैध तरीके से संचालित कोयला खदान से कोयले की चोरी थमने का नाम नहीं ले रही है. इन खदानों में कई घटनाएं हो चुकी हैं. बीते 3 सालों में तीन मौतें हो चुकी हैं, लेकिन इसके लिए कोई भी पुख्ता कदम नहीं उठाए गए. जब-जब खदानों में मौत होती है जिम्मेदार जरूर अवैध खदान बंद करने की बात करते हैं.
ग्राम पंचायत पूटा के नांदडबरा के जामघाट के जंगल में ग्रामीणों की संचालित अवैध कोयला खदान से कोयला निकालने 6 लोग गए हुए थे. कोयला निकालने के दौरान अवैध कोयला खदान का एक बड़ा हिस्सा अचानक गिर गया. जिसमें 20 वर्षीय युवक की मौत हो गई.
चचेरे भाई ने निकाला खदान से बाहर
चट्टान गिरने के बाद बाकी साथी डर से भाग गए. खदान में फंसे युवक के चचेरे भाई ने उसे खदान से बाहर निकालकर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पटना ले गया, जहां डॉक्टरों ने युवक को मृत घोषित कर दिया. घटना के बाद मृतक के परिजन का रो-रोकर बुरा हाल है.
जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान
लगातार ऐसी घटनाओं के बावजूद वन विभाग और प्रशासन ने इस और कोई ध्यान नहीं दिया, जबकि क्षेत्र में इसके अलावा और भी कई अवैध कोयला खदानें आसपास में संचालित हैं. जिसमें हर दिन चंद पैसों के लिए कई लोग अवैध खदान बनाकर जान जोखिम में डालकर कोयला निकाल रहे हैं. इतने हादसे होने के बाद भी इससे सीख नहीं ले रहे हैं.
वहीं वन विभाग इन संचालित अवैध कोयला खदानों को बंद करने की बात करता जरूर है, लेकिन इससे जुड़ी कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जाती.
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परिजन की शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज करने के साथ ही शव का पंचनामा कराकर परिजनों को सौंप दिया गया है. इसके साथ ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.