एमसीबी: मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर के मनेंद्रगढ़ विकासखण्ड के ताराबहरा के आश्रित ग्राम बैरागी में अनोखी प्रतियोगिता आयोजित की जाती है. जहां होली के दूसरे दिन इस गांव के पुरूष और महिलाएं बड़ी संख्या में इकट्ठे होकर गिलहरी, मुर्गा, मछली और केकड़ों को पकड़ने की दौड़ लगाते हैं.
किस तरह की होती है अनोखी प्रतियोगिता: मनेंद्रगढ़ विकासखण्ड के ताराबहरा में एक आश्रित ग्राम बैरागी है. जहां की लगभग जनसंख्या 350 है. यहां होली के दूसरे दिन गांव के पुरुष जंगल जाते हैं. जहां से गिलहरी, खरगोश पकड़ के लाते हैं. वहीं गांव की महिलाएं नदी से मछली और केकड़ा पकड़ कर लाती हैं. फिर सभी गांव के लोग स्कूल के ग्राउंड में दोपहर को एकत्रित होते हैं. जिसके बाद कार्यक्रम का आयोजन करते हैं.
मुर्गा और गिलहरी के लिए महिलाएंं लगाती हैं दौड़: प्रतियोगिता में महिलाओं के द्वारा मछली और केकड़ा को छोड़ा जाता है. जिसे पुरुष और बच्चे पकड़ने के लिए टूट पड़ते हैं. वहीं पुरुषों के द्वारा लाए गए मुर्गा और गिलहरी को महिलाओं के द्वारा पकड़ा जाता है. इसके लिए एक गोल बनाया जाता है. जिसके बाद मुर्गा और फिर गिलहरी को छोड़ा जाता है. जिसको पकड़ने के लिए महिलाएं दौड़ लगाती हैं. उसे पकड़ने की कोशिश करती हैं.
वर्षों से चली आ रही परम्परा: बताया जाता है कि यह परम्परा वर्षों से चली आ रही है. इस गांव में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी मुर्गा और गिलहरी दौड़ का कार्यक्रम किया गया. वहीं शाम को सभी लोगों के द्वारा मिलकर एक साथ भोज करते है. होली का समापन इसी कार्यक्रम से होता है.