कोरिया: कोरोना संक्रमण को देखते हुए लॉकडाउन लगाया गया है. लॉकडाउन के दौरान पुलिस ने कई मानवीय चेहरे पेश किए हैं. मनेंद्रगढ़ थाना प्रभारी सचिन सिंह ने मानवता का परिचय देते हुए डिलीवरी के लिए तड़प रही एक महिला को निजी नर्सिंग होम भेजकर उसके इलाज की जिम्मेदारी ली. महिला ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया है.
थाना प्रभारी ने पेश की मिसाल
मनेंद्रगढ़ थाना प्रभारी सचिन सिंह ने एक मिसाल पेश की है. जिसकी हर कोई सराहना कर रहा है. लॉकडाउन में एक तरफ जहां लोग पुलिस कर्मियों के सख्ती से खासा गुस्से में रहते हैं. वहीं पुलिस समय-समय पर अपनी महानता का परिचय भी दे रही है. पुलिस कर्मियों का कहना है कि वो हालातों के कारण सख्त रवैया अपनाने को मजबूर हैं. लोग नियमों का पालन नहीं करेंगे तो कोरोना का संक्रमण औऱ तेज हो जाएगा. जिससे सभी को खतरा है. ऐसे में उन्हें सख्त बनना पड़ता है. जरूरी होने पर आर्थिक दंड और कभी-कभी डंडे का भी इस्तेमाल करना पड़ता है.
परिवार ने थाना प्रभारी का किया धन्यवाद
सिरौली गांव से आई महिला अपने पति और परिजनों के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बाहर डिलीवरी के लिए परेशान थी. लेकिन कोई महिला डॉक्टर नहीं होने से इलाज नहीं हो पा रहा था. उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया था. रेफर होने के बाद से परिजन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सामने आकर बैठ गए थे. दरअसल उनके पास इलाज के लिए पैसे भी नहीं थे. जिस पर मीडियाकर्मियों की नजर पड़ी और इसकी जानकारी थाना प्रभारी सचिन सिंह को मिली तो उन्होंने तत्काल महिला के इलाज में आने वाले खर्च की जिम्मेदारी लेते हुए अपने स्टाफ के जरिए निजी नर्सिंग होम में महिला को भर्ती कराया. परिवार ने थाना प्रभारी को दिल से धन्यवाद प्रेसित किया है.