एमसीबी: जनकपुर वन परिक्षेत्र स्थित ग्राम कुंवारी में ग्रामीण रणदमन बैगा अपने घर के पीछे खेत में लगे अरहर फ़सल को देख कर लौट रहा रहा था तभी तेंदुए ने उस पर अचानक हमला कर दिया. मौके पर ही उसकी मौत हो गई. इसके पहले तेंदुए के हमले से 11 दिसंबर को कुंवारपुर रेंज के गौधोरा निवासी 65 वर्षीय महिला फुलझरिया की मौत हो चुकी है. 23 दिसंबर को छपराटोला में रहने वाले सुरेश को भी घायल किया था और 3 जनवरी को उमा बाई बैगा के ऊपर हमला कर घायल किया था, जिससे उनकी मौत हो गई थी.
एक माह में तेंदुए के हमले की चौथी घटना: वन विभाग की ओर से लगातार लोगों को तेंदुए से सावधान करने के लिए मुनादी भी कराई जा रही है. तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरे भी जंगल में लगाए गए हैं. वहीं जिला पंचायत सदस्य रविशंकर ने कहा कि "आज हमारे गांव में अदमखोर तेंदुए ने फिर हमला करके एक ग्रामीण को मौत के घाट उतारा है. यह चौथी घटना है. वन विभाग व शासन प्रशासन से ये मांग करते हैं कि जल्द ही तेंदुए को पकड़े, ताकि हम लोगों को राहत मिल सके."
रात में लोगों को निकालने से किया गया है मना: वन परिक्षेत्र अधिकारी ने बताया कि "कुवारी में अरहर के खेत में एक युवक को तेंदुए ने अपना शिकार बनाया है, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई है. वहीं हमारे द्वारा क्षेत्र में लगातार मुनादी कराई जा रही है कि जंगल में न जाएं और रात को अपने घर में ही रहें. घर के बाहर बिल्कुल न निकलें."
खेत देखने की बात कहकर निकला था रणदमन: परिवार की बहू उर्मिला ने बताया कि "शाम को घर पर आए और नहाने खाने के बाद बोले मैं एक बार जाकर बाड़ी में लगाए हुए खेत से अरहर को देखकर आ रहा हूं. घर से बाहर गए थे हम लोग के मना करने पर भी नहीं माने."
मनेंद्रगढ़ भरतपुर चिरमिरी में तेंदुए का आतंक, बच्चे पर किया हमला
आदमखोर को मारने तक नहीं करेंगे दाह संस्कार: जिला पंचायत सदस्य रवि शंकर सिंह का कहना है कि "आज गांव में फिर से आदमखोर जानवर ने हमला कर एक आदमी को मौत के घाट उतार दिया. हम गांव वाले शव का अंतिम संस्कार तब तक नहीं करेंगे जब तक इस जंगली आदमखोर जानवर को मार नहीं दिया जाता." जनकपुर रेंजर चंद्रमणि तिवारी का कहना है कि "शाम 5 बजे ग्राम कुंवारी के पास 1341 कंपार्टमेंट के पास अरहर के खेत में रामदमन बैगा कुंवारी निवासी पर वनप्राणी ने हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया. नियम के मुताबिक परिवार को मुआवजा राशि दी जाएगी."
एक स्पेशल टीम भेजने की चल रही है बात: भरतपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक गुलाब कमरों ने कहा कि "जैसे ही मुझे इसकी जानकारी लगी थी मैंने तुरंत ही वन विभाग को सूचित किया. इससे पहले भी तीन घटना हो चुका है, एक बच्चे को बचाया भी गया. कांकेर से तेंदुए को पकड़ने के लिए एक टीम आई थी. तेंदुए का पता नहीं चला था इस कारण से उसे नहीं पकड़ गया. वन मंत्री को भी इसकी जानकारी दी है. आग्रह किया जा रहा है कि एक स्पेशल टीम भेजा जाए, ताकि तेंदुआ और लोगों को शिकार न बनाने पाए."