कोरिया : भरतपुर-सोनहत विधानसभा क्षेत्र के विधायक गुलाब कमरो ने जनकपुर को आदर्श ग्राम पंचायत का दर्जा दिलवाया है. लेकिन जनकपुर आज भी मूलभूत सुविधा से जूझ रहा है. यहां पीने को पानी नहीं है, चलने के लिए सड़क नहीं है. जगह-जगह कचरों का अंबार है. स्ट्रीट लाइट जैसी सुविधा भी इस गांव को नहीं मिली है. अब इस गांव को लेकर विपक्ष निशाना साध रहे है.
जनकपुर में रहने वाले व्यापार संघ के अध्यक्ष राजेश मिश्रा का कहना है कि वर्तमान में ग्राम पंचायत में कई समस्या है. यहां पीने का पानी, स्ट्रीट लाइट जैसी जरूरी सुविधा नहीं है. यह ग्राम पंचायत के मुख्य कार्य होते हैं, जिस पर जनकपुर ग्राम पंचायत खरी नहीं उतरी. इस सच को नकारा नहीं जा सकता है. उन्होंने कहा कि जनकपुर के जो सक्षम जनप्रतिनिधि हैं, उन्हें बड़े स्तर पर कार्य योजना तैयार कराने की जरूरत है. स्वच्छता, पेयजल और जल निकासी का काम एक प्लान के तहत शुरू करें. भाजपा मंडल अध्यक्ष पवन शुक्ला ने बताया कि जनकपुर में स्ट्रीट लाइट कभी जलती ही नहीं है, पूरे सड़क पर जगह-जगह गड्ढे हैं. जिधर देखो कचरे का अंबार है. इन सुविधाओं की कमी के बाद भी जनकपुर को विधायक आदर्श ग्राम पंचायत का दर्जा मिला है.
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'पंचायत के पास बजट की कमी'
जनकपुर के उपसरपंच अंकुर सिंह का कहना है कि जितनी भी साफ-सफाई और अन्य समस्या है उनके लिए ग्राम पंचायत हर संभव प्रयास कर रहा है. पंचायत के पास बजट की कमी होती है. लोगों में जन जागरुकता जरूरी है, जिसके लिए हर संभव कोशिश की जा रही है.