कोरिया: जिले की महिला अफसर के प्रयासों और योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन की बदौलत जिले ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है. राज्य द्वारा जारी एमआईएस रिपोर्ट्स के मुताबिक बीते महीने सितम्बर 2020 में महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत श्रमिक परिवारों को 100 दिवस का रोजगार देने में कोरिया जिले ने पूरे प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है.
इस उपलब्धि में जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी तूलिका प्रजापति की बड़ी भूमिका रही है. जिन्होंने पूरे मनरेगा टीम के साथ काम कर ये उपलब्धि कोरिया जिले के नाम की है. उल्लेखनीय है कि प्रदेश के टॉप 5 जिलों में कोरिया जिला प्रथम स्थान पर है. इसके बाद रायपुर, रायगढ़, सूरजपुर और गौरेला पेंड्रा-मरवाही जिला शामिल हैं.
कोरिया जिले में अलग-अलग गांवों में रहने वाले पंजीकृत मनरेगा श्रमिकों के 978 परिवारों ने सितम्बर महीने में ही 100 दिन से ज्यादा का रोजगार प्राप्त कर लिया. जिले में बीते महीने के दौरान 100 दिन का रोजगार प्राप्त कर लेने के बाद 100 दिन अकुशल श्रम की गारंटी पाने वाले कुल परिवारों की संख्या अब 3 हजार 166 हो चुकी है.
978 परिवार को मिला लाभ
जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी तूलिका प्रजापति ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि राज्य ने 100 दिवस के सुनिश्चित रोजगार प्राप्त परिवार की संख्या का वार्षिक लक्ष्य निश्चित किया है. सितंबर में राज्य के अन्य जिलों की तुलना में कोरिया जिले ने सर्वाधिक मनरेगा परिवारों को इस श्रेणी में लाने की सफलता अर्जित की है. यह आंकड़ा अगस्त के अंत में 2 हजार 188 था, जो कि सितम्बर अंत तक 3 हजार 166 हो गया है. यानि 978 परिवार इसी महीने 100 दिन से ज्यादा का सुनिश्चित रोजगार प्राप्त कर चुके हैं.
कोरिया कलेक्टर एस एन राठौर ने इस उपलब्धि पर सीईओ जिला पंचायत तूलिका प्रजापति और पूरी मनरेगा की टीम को उनकी मेहनत के लिए बधाई दिया है. उन्होंने कहा कि कोरिया जिले का प्रथम स्थान पर आना बेहद खुशी की बात है. जिले के श्रमिक परिवारों को रोजगार उपलब्ध कराने के निरंतर प्रयासों का ही यह परिणाम है.
जिला पंचायत CEO तूलिका प्रजापति का कहना है कि प्रशासन का यही प्रयास रहेगा कि ज्यादा से ज्यादा परिवार को उचित रोजगार उपलब्ध होता रहे. शासन की योजनाओं का लाभ लोगों को मिलता रहे.