कोरिया: भरतपुर वनांचल क्षेत्र के खमरौध गांव में कृषि विभाग ने जैविक खाद के अवशेषों और कीटनाशक दवाइयां बाहर फेंक दिया था. जिसे गड्ढा खोदकर दबा दिया गया है. इसे लेकर गांव के ग्रामीणों और उपसरपंच जयमती बाई ने ETV भारत को धन्यवाद दिया है. बता दें कि कीटनाशक दवाइयों के बाहर पड़े रहने की खबर को ETV भारत ने प्रमुखता से दिखाया था. जिसके बाद कृषि विभाग के अधिकारियों को जानकारी मिलने पर दवाइयों को नष्ट कराया गया.
किसानों का कहना है कि कीटनाशक को अगर जमीन के अंदर दबा दिया जाए तो किसी भी बीमारी के फैलने का खतरा नहीं रहता. क्योंकि कीटनाशक जहरीले होते हैं इसलिए उनका बाहर पड़ा रहना सहीं नहीं, इससे जानवरों को भी नुकसान हो सकता है.
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भरतपुर कृषि विभाग अधिकारी गजराज सिंह चौहान का कहना है कि उन्हें भी ETV भारत के माध्यम से ही इसकी सूचना मिली, जिसके तुरंत बाद पड़े हुए कीटनाशक दवाइयों को जमीन में गड्ढा खोदकर दबा दिया गया.
12 जुलाई को खमरौध गांव के लोगों ने जैविक खाद और कीटनाशक खुले में ही फेंके जाने पर आपत्ती जताई थी. वहीं ग्रामीणों ने अधिकारियों पर कोरोना काल में बड़ी लापरवाही करने का आरोप लगाया था. जिसके बाद 14 जुलाई को कृषि विभाग ने मामले को संज्ञान में लेकर खुले में पड़े हुए कीटनाशकों को नष्ट कराया.