कोरिया: नगर पंचायत झगराखाण्ड का बस स्टैंड (Jhagrakhand bus stand) एक फिर चर्चा का विषय बन हुआ है. इसके निर्माण को लेकर नहीं बल्कि बस स्टैंड के चालू नहीं होने को लेकर है. जिसमें निर्माण से लेकर शुभारंभ तक के लिए लाखों-करोड़ों रुपए खर्च कर दिए गए. इसके बाद भी बस स्टैंड चालू नहीं हो सका.
बस स्टैंड का निर्माण कार्य क्यों रुका
नगर पंचायत झगराखण्ड में बस स्टैंड का निर्माण 2008 में शुरु किया गया था. राजनिश पांडेय ( Rajnis Pandey) के चुनाव हारने के बाद बस स्टैंड का काम रुक गया. जिसको लेकर कई बार पत्राचार भी किया गया, लेकिन नतीजा जस का तस रहा. 2019 चुनाव में एक बार फिर जब राजनीश पांडेय चुनाव जीते तो उन्होंने बस स्टैंड का काम शुरू करवाया.
जिसका उद्घाटन छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत (chhattisgarh assembly speaker charandas mahant) द्वारा 6 महीने पहले कराया गया. बस स्टैंड में बनी दुकानों की नीलामी करवाई गई. दुकाने आवंटन भी हुई लेकिन इसके बावजूद भी बस स्टैंड में बस का स्टॉपेज न होने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
इस सम्बन्ध में जब नगर पंचायत अध्यक्ष रजनीश पांडेय से बात की तो उनका कहना था कि 12 साल पहले बने स्टैंड में 15 साल तक भाजपा की सरकार रही. तब तक किसी का ध्यान नहीं गया लेकिन जब कांग्रेस उसपर काम रही है तो भाजपा के लोगों को तकलीफ हो रही है. जो लोगों को भड़काने काम कर रहे हैं.
बस स्टैंड का काम पूरा, यात्रियों को जल्द मिलेगी सुविधा
अध्यक्ष ने कहा हमने बस स्टैंड का काम पूरा कर लिया है. दुकानें भी आवंटित करा दी हैं. जिन्हें दुकानें मिली हैं, उनका बकायदा किराया भी लग रहा है. जब वे लोग दुकाने खोलेंगे तो वैसे बस का स्टॉपेज होगा. दुकानदार अपनी दुकान नहीं खोल रहे उसका क्या कर सकते हैं. बहरहाल जो भी हो नगर पंचायत बस स्टैंड के प्रति थोड़ी दिलचस्पी दिखाए. यात्रियों को परेशानी से निजात मिल सकती है, जिससे लोगों को बस के लिए अन्य क्षेत्र नहीं जाना पड़ेगा.