कोरिया: नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (NCC National Tiger Conservation Authority) से स्वीकृति मिलते ही देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी कोरिया अपना स्थान बनाने लग गया है. क्योंकि यह छत्तीसगढ़ का जहां चौथा तो देश का 53वां टाइगर रिजर्व पार्क घोषित (53rd Tiger Reserve Park declared) हो गया है.
संयुक्त मध्यप्रदेश में कोरिया का यह पार्क संजय नेशनल पार्क का हिस्सा था. छत्तीसगढ़ निर्माण के बाद यह कोरिया जिले की पहचान के साथ गौरव बन गया. जिसका क्षेत्रफल लगभग 1 440 वर्ग किलोमीटर है. जिसमें घने जंगल कंवर हैं. यहां प्रमुख वन्य जीव के साथ मोहक प्रमुख पक्षियों की आकर्षित करने वाली संख्या है. छत्तीसगढ़ में टाइगर रिजर्व पार्क (Tiger Reserve Park) में बिलासपुर स्थित अचानक मार् रिजर्व गरियाबंद में उदती सीतानदी टाइगर रिजर्व और बीजापुर जिले में इंद्रावती टाइगर रिजर्व के बाद कोरिया के गुरु घासीदास नेशनल पार्क को एनसीटीई की ओर से टाइगर रिजर्व पार्क के रूप में मान्यता मिल गई है.
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गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान (Guru Ghasidas National Park) के डायरेक्टर रामा कृष्णा का कहना है कि देश का आखिरी चीता 1948 में कोरिया के रामगढ़ में पाए जाने के बाद कोरिया की यह पहचान देश से निकलकर अब विदेशों तक टाइगर रिजर्व पार्क (Tiger Reserve Park) बनने के कारण पहुंच जाएगी. यहां बाघों का संरक्षण (protection of tigers) वैज्ञानिक पद्धति से होगा. वर्तमान में चार की संख्या वाले बाघों की संख्या आगामी 5 साल में 25 तक बढ़ाने का कार्यक्रम है. पर्याप्त स्टाफ व कर्मचारियों की संख्या पर उनका कहना है कि अब देश में टाइगर रिजर्व पार्क के प्रावधानों का लाभ कोरिया टाइगर रिजर्व को मिलेगा.