कोरिया: मनेंद्रगढ़ के लालपुर स्थित धान खरीदी केंद्र में सरकारी आदेश का कोई पालन नहीं हो रहा है. यहां आने वाले किसान बेहद परेशान हैं. किसानों ने धान खरीदी केंद्र प्रभारी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. किसानों का कहना है कि उनके साथ आए दिन भेदभाव किया जाता है. केंद्र में धान खरीदी करने का निश्चित समय नहीं है. जब मर्जी तब तौल किया जा रहा है. किसानों का आरोप है कि खरीदी केंद्र में बारदाना भी आधा दिया जा रहा है. आधा अपने से लेने को कहा जा रहा है.
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अधिकारियों की अनदेखी का नतीजा है
छत्तीसगढ़ में धान खरीदी शुरू हुए 50 दिन का समय पूरा हो चूका है. इतना लंबा समय बीत जाने के बाद भी किसानों को धान खरीदी में परेशानी हो रही है. किसानों का कहना है कि धान खरीदी शुरू होने के बाद से ही अधिकारी केंद्रों का निरीक्षण करने नहीं पंहुच रहे हैं. अधिकारियों की अनदेखी के कारण ही उन्हें इस तरह की परेशानी हो रही है. इस बारे में जब मीडिया ने केंद्र प्रभारी से बात करनी चाही, तो उन्होंने कुछ भी कहने से साफ मना कर दिया और वहां से बिना कुछ कहे चले गए.
'अभी भी आधा बारदाना ही दिया जा रहा है
धान बेचने आए किसानों ने बताया कि हमें केवल आधा बारदाना ही दिया गया है. केंद्र प्रभारी ने कहा है कि अभी बारदाना नहीं आया है, इसलिए किसान आधा बारदाना खुद लेकर आएंगे. इस संबंध में जब बारदाना प्रभारी से बात की गई, तो उनका कहना था कि केंद्र प्रभारी ने हमें कहा है कि केवल आधा बारदाना ही देना है. छत्तीसगढ़ में धान खरीदी से पहले ही सभी तैयारियां पूरी करने की बात कही जा रही थी. कलेक्टर के निर्देश पर सभी खरीदी केंद्रों में अधिकारियों की डयूटी लगाई गई, ताकि किसानों को किसी तरह की कोई समस्या न हो, बावजूद इसके खरीदी केंद्रों में अव्यवस्था पसरी हुई है.