कोरबा/करतला: वनमंडल कोरबा के करतला और कुदमुरा वन परिक्षेत्र में हाथियों ने आतंक मचा रखा था. हाथियों ने कई एकड़ में लगी फसलों को नुकसान पहुंचाया था. इसका आंकलन कर विभाग के अधिकारियों ने क्षतिपूर्ति राशि भी तय की है. लेकिन आज तक पीड़ित किसानों को मुआवजा राशि नहीं मिल सकी है. विभाग के अधिकारियों पर इसका कोई असर पड़ता नजर नहीं आ रहा है. जिसका सीधा खामियाजा पीड़ित किसानों को भुगतना पड़ रहा है.
कुदमुरा और करतला वन परिक्षेत्र में हाथियों द्वारा फसलों को पहुंचाए गए नुकसान का आंकलन करने के बाद वन परिक्षेत्राधिकारी ने रिपोर्ट डिवीजन को सौंप दी है. लेकिन रिपोर्ट पेश होने के बाद से लेकर अब तक वन विभाग ने प्रभावित किसानों को क्षतिपूर्ति राशि का भुगतान नहीं किया है. फसल बर्बाद होने से किसानों की मेहनत बेकार हो गई वहीं क्षतिपूर्ति राशि नहीं मिलने से इनके सामने आर्थिक संकट आ खड़ा हुआ है.
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किसानों का कहना है कि बीज और खाद की व्यवस्था कर्ज लेकर की गई थी. राशि नहीं मिलने से कर्ज भी नहीं चुका पा रहे हैं. कुदमुरा और करतला वन परिक्षेत्र के किसानों ने फसल मुआवजा की राशि के लिए प्रशासन से गुहार लगाई है. करतला वन परिक्षेत्र में 5 और कुदमुरा वन परिक्षेत्र में 4 किसानों के कई एकड़ में लगी फसलों को हाथियों ने बर्बाद कर दिया है.
अधिकारी मुआवजे को लेकर नहीं गंभीर
किसानों का यह भी कहना है कि हाथियों के उत्पात से आए दिन जन-धन की हानि होती है. हाथियों के उत्पात को रोकने शासन-प्रशासन कोई ठोस पहल नहीं कर रहा है. वहीं पीड़ितों को मिलने वाले मुआवजे को देने में भी विभाग के अधिकारी गंभीरता नहीं दिखाते. अधिकारी गरीब किसानों और वनांचल के लोगों की समस्याओं को नजरअंदाज कर रहे हैं.