एमसीबी : ग्रामीणों ने बताया कि "बस्ती के करीब हाथी आया तो गांव के लोग घरों में दुबक गए थे. हाथी रात को ही विचरण करते हुए देवाडांड पहुंच गए. वहां नुकसान पहुंचाने के बाद बेलकामार, मंगोरा, पटपरीहा पारा, सलका, मेंड्रा, बेलबहरा होते हुए भोर में लगभग सुबह 4.30 बजे मरवाही वन मंडल की ओर निकले. हाथियों के आगे बढ़ने के बाद सारे लोग इकट्ठे हुए. वन विभाग के अफसरों को नुकसान की सूचना दी. हाथियों ने गेहूं की फसल को पूरी तरह से रौंद डाला है. "
इधर हाथियों के क्षेत्र से जाने के बाद वन विभाग के अधिकारी गांव पहुंचे और नुकसान का जायजा लिया. हाथियों के रौंदने से हुए फसल नुकसान की जानकारी भी ली. अखिलेश मिश्रा ने बताया " हाथी के नुकसान के संबंध में जानकारी ली गई है. मैदानी अमले को बताया गया है कि ग्रामीणों के साथ ही हाथियों को भी कोई नुकसान नहीं होना चाहिए. वर्तमान में वन परिक्षेत्र खड़गवां में हाथी नहीं है. वन विभाग के कर्मचारी लगातार हाथी की निगरानी कर रहे हैं. आसपास के गांवों में मुनादी कराई गई है. ग्रामीणों को समझाया गया है कि रात को घर के आसपास पर्याप्त रोशनी रखे. गांव में घरों के बाहर ग्रामीण मशाल जलाकर भी रख रहे हैं. मवेशियों को भी खुले में ना छोड़ते हुए उन्हें घरों के अंदर बांध रहे हैं. "