कोरियाः कोरिया वनमण्डल (Koriya Forest) के अंतर्गत इन दिनों 39 हाथियों का दल विचरण कर रहा है. वन विभाग पूरी तरह मुस्तैद है. हाथी विचरण वाले क्षेत्र से ग्रामीणों (Villagers) को दूर रहने की सलाह दी जा रही है. ग्रामीणों से बस्ती (Colony) खाली करवा उन्हें पक्के भवनों जैसे स्कूल, आंगनबाड़ी (School, Anganwadi) में ठहराया जा रहा है. उनके ठहरने व खाने का इंतजाम किया जा रहा है.
कोरिया वनमण्डल के अंतर्गत बीती रात 39 हांथीयों के दल ने देवा डांड़ में 28 किसानों के धान व अन्य फसल (Crop) का नुकसान किया. वहीं, 4 मकानों को क्षतिग्रस्त (damaged) कर दिया. अभी भी ग्राम पटपरिहा, तेन्दुडोल, सुंदरपुर, पहाड़पारा, सलका, फुनगा क्षेत्र में विचरण कर रहे हैं. 39 हांथियों का दल झुंड सहित नदी किनारे पानी पीने आता है. साथ में दिन भर जंगल में विचरण करने के बाद बस्ती में घुसते हैं. घरों का तोड़फोड़ (Sabotage) करते हैं.
आधा दर्जन से अधिक कच्चे घरों को तोड़ चुके हैं. दो दिन पूर्व एक नागरिक को हाथी ने पटक कर घायल (Elephant Slammed and Injured) कर दिया जिसका जिला अस्पताल बैकुंठपुर में इलाज जारी है. वन विभाग (Forest Department) खड़गांव वन परिक्षेत्र के अधिकारी अर्जुन सिंह द्वारा तत्कालीन उपचार हेतु 10 हजार राशि दी गयी है. हाथियों के द्वारा किया गए नुकसान का वन विभाग शासन की ओर से निर्धारित मुआवजा (Compensation) दिया जा रहा है.
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हमले में हो चुकी है दर्जनों मौत
वन विभाग गजराज वाहन सहित 24 घण्टे ड्यूटी कर कर रहा है. साथ में ग्रामीणों को सुरक्षित रखने हर कदम उठा रहे हैं. यहां तक कि हाथियों के विचरण के लोकेशन के साथ उनके सतत निगरानी में लगे हैं. रात को भी पूरी इंतजाम के साथ हाथियों के लोकेशन पर नजर रखते हैं ताकि कोई अप्रिय घटना (untoward incident) ना घट सके. कोरिया वनमण्डल में विगत कई वर्षों से हाथियों का आतंक जारी है. दर्जनों मौत हो चुकी है. फिर भी हाथियों से होने वाली घटनाओं को रोका नहीं जा सका है. इस क्षेत्र में हाथी कॉरिडोर (Elephant Corridor) बनाने की घोषणा भी की जा चुकी है. अब देखना होगा किस तरह हाथियों के आतंक से निपटने की योजना बनेगी. फिलहाल हाथियों के प्रवेश से क्षेत्र के लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है.