कोरिया: पूरे देश में हिजाब विवाद बढ़ता जा रहा है. ऐसे में अब छत्तीसगढ़ के कोरिया में स्कूल यूनिफॉर्म का विवाद शुरू हो गया है. कोरिया के भरतपुर में संचालित एक निजी शिक्षण संस्थान में यूनिफॉर्म के मोनो पर सवाल खड़े हो रहे हैं. लोगों ने इस यूनिफॉर्म के मोनो पर आपत्ति दर्ज कराते हुए इसे एक विशेष का करार दे दिया. जनकपुर में पिछले तीस साल से संचालित न्यू लाइफ इंग्लिश हाईस्कूल का इसी शिक्षण सत्र से यूनिफार्म बदला गया है. जिसमें एक मोनो लगा हुआ है. मोनो को एक धर्म विशेष का प्रतीक बताया जा रहा है.
मोनो पर ABVP ने जताई आपत्ति
इस मोनो पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के लोगों ने आपत्ति दर्ज की है. एबीवीपी के नेता अभिमन्यु उपाध्याय का कहना है कि स्कूल में ड्रेस को बदला गया और मोनो को जोड़ा गया है. इस मोनो के जरिए एक खास धर्म का प्रचार किया जा रहा है. जो ठीक नहीं है. हम इसका विरोध करते हैं. अभिमन्यु उपाध्याय का कहना है कि मोनो के जरिए स्कूल प्रबंधन खास धर्म का प्रचार प्रसा में जुटा है. जो गलत है. उन्होंने हवाला दिया कि इससे अभिभावक भी परेशान हैं.
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प्राचार्य ने एबीवीपी के दावे को किया खारिज
एबीवीपी की शिकायत को प्राचार्य जी पी पटेल ने कहा कि उनकी संस्था बीते 30 वर्षों से संचालित है. हम इस मोनो का बाते 30 साल से प्रयोग कर रहे हैं. इसमें किसी तरह के धर्म प्रचार की बात नहीं की गई है. जो आरोप हमारे शिक्षण संस्थान पर लग रहे हैं वह बेबुनियाद हैं. प्राचार्य का कहना है कि मोनोग्राम से किसी सम्प्रदाय या धार्मिक भावना को ठेस पहुचाने का कोई भी इरादा नहीं है.
अभिभावकों ने कहा- हमें नहीं है कोई आपत्ति
जब इस पूरे मुद्दे पर ईटीवी भारत ने बच्चों के अभिभावक से बात की तो उन्होंने कहा कि, उन्हें स्कूल यूनिफॉर्म के मोनो पर कोई आपत्ति नहीं है. इस मोनो को लेकर उन्हें कोई दिक्कत नहीं है.