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गौठान में दीपों के त्योहार दिवाली की धूम, गोबर के दिये किए गए तैयार - राष्ट्रीय कामधेनु आयोग

राष्ट्रीय कामधेनु आयोग देश के 33 कोटि देवी देवताओं के नाम पर 33 करोड़ दिए जलाएगा. इसके लिए दिवाली से पहले गाय के गोबर से 33 करोड़ इको फ्रेंडली दियो के उत्पादन का लक्ष्य रखा गया था

Diwali celebrated in Gothan
गौठान में दीपों के त्योहार दिवाली की धूम
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Published : Nov 14, 2020, 11:57 PM IST

कोरिया: भरतपुर के अंतर्गत ग्राम पंचायत अतवार में गौठान में दिवाली का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है. गौठान समिति ने दीपों के इस त्योहार पर लोगों ने एक दूसरे को बधाई दी . दिवाली पर गाय के गोबर से बनने वाले इको फ्रेंडली दिए से गौठान रोशन किए गए हैं. राष्ट्रीय कामधेनु आयोग देश के 33 कोटि देवी देवताओं के नाम पर 33 करोड़ दिए जलाएगा. इसके लिए दिवाली से पहले गाय के गोबर से 33 करोड़ इको फ्रेंडली दियो के उत्पादन का लक्ष्य रखा गया था, ताकि चीनी उत्पादो को टक्कर दी जा सके.

Diwali celebrated in Gothan
गोबर के दिये किए गए तैयार

पढ़ें: रायपुर: राजधानी में बडे़ धूमधाम से मनाई जा रही दिवाली, बड़े और बच्चों में खासा उत्साह

दिवाली के लिए गोबर पर आधारित दिए, मोमबत्ती और धूप अगरबत्ती, शुभ लाभ स्वास्तिक, समरानी हॉट बेड ,वॉलपेपर बेड हवन सामग्री, भगवान गणेश लक्ष्मी की प्रतिमा का भी निर्माण किया जा रहा है. गोबर आधारित उत्पादन में संभावनाएं वर्तमान में भारत में प्रतिदिन लगभग 192 करोड़ किलो गोबर का उत्पादन होता है. गोबर आधारित उत्पादन में बड़ी संभावनाएं है. आयोग अध्यक्ष का कहना है कि यह सीधे तौर पर गोबर आधारित उत्पादों के उत्पादन में शामिल नहीं है.

स्वयं सहायता समूह को सुविधा

स्व सहायता समूह और व्यवसाय स्थापित करने वाले उद्यमियों को प्रशिक्षण देने की सुविधा प्रदान कर रहा है. दियो के अलावा गोबर मूत्र और दूध से बने उत्पाद जैसे एंटी रेडिएशन चिप गणेश और लक्ष्मी की मूर्ति अगरबत्ती मोमबत्ती उत्पादन को बढ़ावा दे रहे हैं. इससे पहले से करोना महामारी के कारण भी मुसीबत झेल रहे गौशालाओं को मदद मिलेगी जो ग्रामीण भारत में नौकरियों के अवसर पैदा करने के अलावा आत्मनिर्भरता का जरिया बनेगी.

कोरिया: भरतपुर के अंतर्गत ग्राम पंचायत अतवार में गौठान में दिवाली का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है. गौठान समिति ने दीपों के इस त्योहार पर लोगों ने एक दूसरे को बधाई दी . दिवाली पर गाय के गोबर से बनने वाले इको फ्रेंडली दिए से गौठान रोशन किए गए हैं. राष्ट्रीय कामधेनु आयोग देश के 33 कोटि देवी देवताओं के नाम पर 33 करोड़ दिए जलाएगा. इसके लिए दिवाली से पहले गाय के गोबर से 33 करोड़ इको फ्रेंडली दियो के उत्पादन का लक्ष्य रखा गया था, ताकि चीनी उत्पादो को टक्कर दी जा सके.

Diwali celebrated in Gothan
गोबर के दिये किए गए तैयार

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दिवाली के लिए गोबर पर आधारित दिए, मोमबत्ती और धूप अगरबत्ती, शुभ लाभ स्वास्तिक, समरानी हॉट बेड ,वॉलपेपर बेड हवन सामग्री, भगवान गणेश लक्ष्मी की प्रतिमा का भी निर्माण किया जा रहा है. गोबर आधारित उत्पादन में संभावनाएं वर्तमान में भारत में प्रतिदिन लगभग 192 करोड़ किलो गोबर का उत्पादन होता है. गोबर आधारित उत्पादन में बड़ी संभावनाएं है. आयोग अध्यक्ष का कहना है कि यह सीधे तौर पर गोबर आधारित उत्पादों के उत्पादन में शामिल नहीं है.

स्वयं सहायता समूह को सुविधा

स्व सहायता समूह और व्यवसाय स्थापित करने वाले उद्यमियों को प्रशिक्षण देने की सुविधा प्रदान कर रहा है. दियो के अलावा गोबर मूत्र और दूध से बने उत्पाद जैसे एंटी रेडिएशन चिप गणेश और लक्ष्मी की मूर्ति अगरबत्ती मोमबत्ती उत्पादन को बढ़ावा दे रहे हैं. इससे पहले से करोना महामारी के कारण भी मुसीबत झेल रहे गौशालाओं को मदद मिलेगी जो ग्रामीण भारत में नौकरियों के अवसर पैदा करने के अलावा आत्मनिर्भरता का जरिया बनेगी.

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