मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर : जिले के भरतपुर विकासखंड का एक दिव्यांग अपने परिवार के लिए कड़ी मेहनत करता है. ग्राम आरा निवासी बुध्दसेन गोड़ के पुत्र परमेश्वर की उम्र 17 साल है. परमेश्वर दोनों हाथ और एक आंख से दिव्यांग है. ना तो परमेश्वर ठीक तरह से बैठ सकता है और ना ही अच्छे से उठ सकता है. फिर भी अपनी जिंदगी की आसान बनाने की जद्दोजहद में जुटा है.
नहीं मिल रहा सरकारी योजनाओं का लाभ : छत्तीसगढ़ सरकार की बड़ी बड़ी घोषणाओं के बाद भी दिव्यांग परमेश्वर को आज तक ना तो सरकारी पेंशन मिली और ना ही स्वालंबन योजना का लाभ. घर की कमाई भी इतनी नहीं है कि दिव्यांग की आर्थिक स्थिति में सुधार हो.परमेश्वर को उसके परिवार वाले किसी तरह से पढ़ाई करवा रहे हैं.ताकि वो बारहवीं पास कर सके. लेकिन ट्राईसाइकिल ना होने के कारण उसे स्कूल आने जाने में दिक्कत होती है.वहीं राशन कार्ड में नाम नहीं होने के कारण उसे राशन भी नहीं मिलता.सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने के बाद भी ना तो परमेश्वर राशन कार्ड का मेंबर बन पाया है और ना ही उसे किसी तरह की सरकारी मदद मिली है.
''हर बार दिव्यांग का आधार कार्ड ना होने का हवाला देकर योजनाओं से वंचित किया जा रहा है. लेकिन अब किसी प्रकार से आधार कार्ड बनवा लिया है,तो भी राशन कार्ड में नाम नहीं जोड़ा गया.'' बुद्धसेन,परिजन
'' कई बार परिजन अधिकारियों के पास दौड़ लगा चुके हैं. फिर भी कुछ नहीं मिल रहा है.कई बार अधिकारियों के पास गया तो आज तक सिर्फ आश्वासन मिला कि काम हो जाएगा . लेकिन आज तक सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं मिला.'' परमेश्वर, दिव्यांग
जिम्मेदारों ने झाड़ा पल्ला : वहीं जब इस बारे में जिम्मेदारों से जवाब मांगा गया तो सभी ने रटा रटाया जवाब देकर अपना पल्ला झाड़ लिया.
''आधार कार्ड नहीं बना हुआ था इस कारण कोई लाभ नहीं मिल रहा था.अब आधार कार्ड बनवा लिया है तो उसका आवेदन जनपद पंचायत में भेज दिया गया है.अब वहीं से सब होगा.''- समर बहादुर,सरपंच
'' दिव्यांग का शौचालय और अन्य सरकारी सुविधाओं के लिए जनपद पंचायत में आवेदन गया हुआ है. प्रशासनिक स्वीकृति मिलने पर ही सुविधा उपलब्ध होगी.'' बलदेव सिंह,सचिव
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सरकार भले ही योजनाओं के सहारे गरीबों और जरुरतमंद की जिंदगी बदलने का दावा करे.लेकिन इन योजनाओं को गरीबों तक पहुंचाने का जिम्मा अफसरों का होता है. लेकिन अफसर ही जिनके लिए योजनाएं बनीं है उनकी अनदेखी करते हैं. तो कैसे दिव्यांगों को उनका हक मिल पाएगा.