कोरिया: छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड (chhattisgarh state power distribution company limited) में कार्यरत संविदाकर्मी नियमितिकरण की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. कर्मियों ने प्रबंध निदेशक और अध्यक्ष के नाम पर बिजली दफ्तर में ज्ञापन सौंपा है. संविदा कर्मियों ने बताया कि नियमितीकरण को लेकर 2019 से शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे हैं. पूर्व में कंपनी प्रबंधन ने नियमित करने का आश्वासन दिया था. संविदा कर्मियों की जानकारी भी एकत्रित की गई थी, लेकिन अबतक उन्हें नियमित नहीं किया गया है.
अब तक शुरू नहीं हुई प्रकिया
पावर कंपनी में विद्युत लाइनों का लगातार विस्तार किया जा रहा है. जिसके रखरखाव में संविदा कर्मियों का विशेष योगदान रहता है. इसके अलावा हर साल नियमित लाइन कर्मियों के रिटायर होने से कर्मियों की संख्या कम होती जा रही है. जिससे काम का पूरा भार संविदा कर्मियों के कंधों पर आ जा रहा है. पावर कंपनी की वित्तीय स्थिति भी मजबूत है. बावजूद इसके कंपनी प्रबंधन संविदा कर्मियों के नियमितिकरण की प्रक्रिया शुरू नहीं कर रही है. जिससे करीब 2,500 संविदा कर्मी हताश और आक्रोशित होकर अपने और अपने परिवार के भविष्य को लेकर चिंतित है. वहीं विद्युत कार्य जोखिम भरा होने से हमेशा दुर्घटना होने की संभावना भी बनी रहती है., फिर भी प्रबंधन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है. साल 2016 से लगातार काम के दौरान संविदाकर्मी चोटिल होते आ रहे हैं. जिसमें 20 की मौत हो गई है.
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16 जून बंद रखेंगे काम
संविदा कर्मियों ने बताया कि बलौदाबाजार के अर्जुनी वितरण केंद्र में काम के दौरान एक संविदा कर्मी की मौत हो गई थी. जिस पर अधिकारी संविदा कर्मियों को ही दोषी बता रहे हैं. कोरोना काल में भी कंपनी प्रबंधन के इस भेदभाव और अन्याय की नीति के विरोध में संविदाकर्मी 16 जून को काम बंद करेंगे.