कोरिया: छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल जमीन से जुड़े हुए हैं. लिहाजा वो अपने कार्यक्रमों में सादगी पसंद करते (CM Bhupesh visit to Koriya ) हैं.खेती किसानी से जुड़े होने के कारण सीएम भूपेश हमेशा से ही किसानों के हित में काम करते हैं.छत्तीसगढ़ में भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान सीएम भूपेश का अलग ही अंदाज देखने को मिला.
बैल नागर देखकर खुद को रोक नहीं पाए सीएम : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल खेत में नांगर-बइला (हल और बैल) देखकर खुद को रोक नहीं पाए. किसान को खेत में हल चलाते और धान बुवाई करते देख वे स्वयं खेत में उतर गए. उन्होंने किसान के हाथ से हल का मूठ थामा और खुद हल चलाने लगे. उन्होंने खेत में धान का छिड़काव कर बुवाई भी की. लोगों से भेंट-मुलाकात के लिए सीएम मनेन्द्रगढ़ विधानसभा के पाराडोल (CM Bhupesh visit to Manendragarh ) पहुंचे. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कार्यक्रम स्थल से सटे खेत में धान बुवाई होते देख वहां पहुंच गए.उन्होंने खेत में हल चलाकर 'सोनम' धान की बुवाई की. यह खेत गांव के कोटवार भागीरथी को कोटवारी जमीन के रुप में मिली हुई है. उनके पिता और दादा ने भी गांव में कोटवारी की थी और वे इस जमीन पर तब से ही खेती करते आ रहे हैं.
बच्चों के साथ खेला खेल : सीएम भूपेश बघेल ने अपने दौरे में बच्चों के साथ भी समय बिताया. बिलियर्ड टेबल टॉप बोर्ड पर खेला जाने वाला खेल है.स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय मनेंद्रगढ़ में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए अनोखा बिलियर्ड बोर्ड तैयार किया गया है. जहां जमीन की सतह पर ही बिलियर्ड का बोर्ड बनाया गया है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान कोरिया जिले के मनेंद्रगढ़ पहुंचे. जहां पर उन्होंने स्कूल भवन का लोकार्पण किया. इसी दौरान उन्होंने विद्यार्थियों के आग्रह पर बिलियर्ड की स्टिक पर हाथ आजमाए और बॉल पर शॉट लगाया. उनके साथ कक्षा नवमी के छात्र आराध्य यादव और नीरज यादव ने भी बिलियर्ड खेला.0 मुख्यमंत्री ने दोनों विद्यार्थियों को अपनी शुभकामनाएं दीं.
दरअसल मुख्यमंत्री स्वामी आत्मानन्द स्कूल के निरीक्षण के दौरान वहां रोबोटिक्स लैब में पहुंचे.जहां धैर्य और अविनीष ने उन्हें अपने द्वारा बनाये हैक्ज़ाकॉप्टर ड्रोन के टेक्निकल पहलुओं से अवगत कराया. बच्चों ने बताया कि इस ड्रोन में कैमरा लगा है और इसे सिक्योरिटी तथा सिनेमेटोग्राफी के लिए उपयोग किया जा सकता है. बच्चों ने मुख्यमंत्री से ड्रोन ऑपरेट करने का आग्रह करते हुए कहा कि सर इसे उड़ाना बहुत सिंपल है.
मुख्यमंत्री बच्चों की बात टाल न सके और बच्चों के साथ स्कूल कैम्पस के ग्राउंड में आ गए. वहां उन्होंने धैर्य मार्गदर्शन में ड्रोन का रिमोट संभाला. पहले मुख्यमंत्री लो फ्लाइंग कराते हुए ड्रोन को स्कूल बिल्डिग की हाइट तक लेकर गए. फिर उन्होंने धैर्य से पूछा - ये और ऊपर भी जाता है ? धैर्य ने उन्हें बताया कि इसकी रेंज आसमान में डेढ़ किलोमीटर तक है. मुख्यमंत्री ड्रोन को आकाश की ऊंचाइयों तक लेकर गए. ड्रोन ऊपर जाता देख सभी रोमांच से भर गए और तालियां गूंज उठी. मुख्यमंत्री ने ऊंचाई से ड्रोन को स्टेप बाय स्टेप नीचे लाया और स्कूल कैम्पस में सफलतापूर्वक लैंड करवाया.