कोरिया: जनपद पंचायत बैकुंठपुर में मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) के लगातार तबादले को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं. सवाल उठने लगे हैं कि आखिरकार ऐसी कौन सी वजह है जिसके चलते इस जनपद पंचायत में महज तीन महीने में सीईओ विनय कश्यप को हटाए जाने की मांग (Demand raised for the removal of Baikunthpur CEO)होने लगी है. डिप्टी कलेक्टर विनय कश्यप अभी सीईओ के पद पर हैं. उन पर गलत व्यवहार का आरोप (CEO accused of misbehavior in Baikunthpur) लगाया गया है. जनपद अध्यक्ष सौभाग्यवती सिंह और उपाध्यक्ष आशा महेश साहू के साथ कई जनपद सदस्यों व सरपंचों द्वारा उन्हें हटाने की मांग की जा रही हैं.
यह हैरान करने वाली बात है कि इस जनपद पंचायत में पिछले तेईस साल में 26 मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) बदले जा चुके हैं. बात अगर अभी के साढ़े तीन साल की करें, तो इस दौरान नौ सीईओ हटाये जा चुके हैं. जिनमें केवल 19 दिन से लेकर 02 महीने या तीन महीने तक काम कर पाने वाले सीईओ भी हैं.
यहां पदस्थ रहे सीईओ और उनके कार्य दिवस की अवधि :
अमित सिन्हा - 19 दिन
आर. बी. तिवारी - 1 महीने
आ. डी. साहू - 45 दिन
सी. एस. शर्मा - 3 महीने
अश्वन पुसाम - 5 महीने
सीईओ पर दुर्व्यवहार का लगा आरोप: पच्चीस सदस्यों वाली जनपद पंचायत के आधे जनपद सदस्यों की मांग है कि तीन महीने पहले ही पदस्थ हुए सीईओ विनय कश्यप (Baikunthpur CEO Deputy Collector Vinay Kashyap) को हटाया जाये. जनपद सदस्य बिहारीलाल राजवाड़े का कहना है कि "यह जनपद का दुर्भाग्य ही है कि अच्छा काम करने वाले कोई सीईओ टिक नहीं पा रहे हैं और जो हैं, उन्हें गलत व्यवहार के चलते हटाने की मांग करना पड़ रहा है." वहीं सीईओ विनय श्याम अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को निराधार बता रहे हैं. उनका कहना कि "कार्यों की गुणवत्ता को लेकर उनका विरोध किया जा रहा है."