कोरिया: महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि कोरिया जिले में बाल श्रमिक, अपशिष्ट संग्राहक और भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चों के सर्वेक्षण और रेस्क्यू के लिए 16 दिसम्बर से अभियान की शुरुआत की गई है. महिला एवं बाल विकास विभाग के सचिव के निर्देशानुसार शुरू किया गया ये अभियान 15 जनवरी 2021 तक संचालित किया जाएगा.
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टीम गठित करने के निर्देश
अभियान चलाए जाने के लिए टीम गठित करने के निर्देश भी दिए गए हैं. सर्वेक्षण के लिए टीम का गठन किया जाएगा. बाल श्रमिक, अपशिष्ट संग्राहक, भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चों की दुर्दशा गंभीर चिंता का विषय है. ऐसे बच्चे अपनी आजीविका, भोजन, पानी, कपड़े, आश्रय और संरक्षण के लिए हर दिन विभिन्न प्रकार के संघर्षों और चुनौतियों का समाना करते हैं. इन बच्चों के आर्थिक, लैंगिक और अन्य प्रकार के शोषण का शिकार होने का गंभीर खतरा होता है.
समाज की मुख्य धारा से जोड़ना मकसद
अभियान का उद्देश्य ऐसे बच्चों को चिन्हांकित करके उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का है. महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि सर्वे के दौरान सभी जनप्रतिनिधियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और लोगों से भिक्षावृत्ति और अपशिष्ट पदार्थों को बीनने वालों और बाल मजदूरों को चिन्हांकित करने में अपना सहयोग देने की अपील की. जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि ऐसे बच्चों की पहचान कर उन्हें संरक्षण प्रदान करने, शिक्षा और अन्य सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. साथ ही उनके परिवार को शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए प्रशिक्षण और रोजगार की व्यवस्था भी की जाएगी. सभी संबंधित विभागों के समन्वय से सर्वे का कार्य किया जाएगा.
यह अभियान श्रम विभाग, पुलिस विभाग, शिक्षा विभाग, पंचायत विभाग, नगरीय निकाय, पंचायत स्तर, ग्राम पंचायत, महिला एवं बाल विकास विभाग, समाज कल्याण विभाग, स्वास्थ्य विभाग, चाइल्ड लाइन 1098, जिला बाल संरक्षण इकाई के समन्वय से चलाया जा रहा है.