कोरिया: कांग्रेस कार्यकर्ता और क्षेत्रीय विधायक विनय जायसवाल के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला जलाने की खबर पर मनेन्द्रगढ़ के भारतीय जनता पार्टी मंडल ने थाने में जाकर ज्ञापन सौंपा है. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने छत्तीसगढ़ की राज्यपाल के नाम ज्ञापन भी सौंपा है. ज्ञापन में कहा गया कि एक तरफ जहां पूरे देश में कोरोना महामारी से बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के गाइडलाइन जारी किए गए हैं. वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने सरकार के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए प्रधानमंत्री का पुतला फूंका है, जोकि अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है. बीजेपी कार्यकर्ताओं की मांग है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं सहित स्थानीय विधायक पर उचित कार्रवाई की जाए.
'कांग्रेस के लोगों पर हो कार्रवाई'
ज्ञापन सौंपने के बाद वरिष्ठ भाजपा नेता दिनेश्वर मिश्रा ने कहा कि जब बीजेपी के सिर्फ तीन कार्यकर्ताओं ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मुख्यमंत्री का पुतला फूंका था, तो इन पर कार्रवाई कर दी गई थी. अब जब कांग्रेस के लोग भीड़ लगा कर ऐसा कर रहे हैं, तब इनपर कार्रवाई नहीं की जा रही है. भाजपा नेता दिनेश्वर मिश्रा का कहना है कि यह सत्ता का दुरूपयोग है. उन्होंने मांग की है कि सभी कांग्रेसी कार्यकर्ता के खिलाफ कार्रवाई की जाए.
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क्या था मामला?
3 जुलाई को सोनहत ब्लॉक में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का पुतला दहन किया था. जिसकी फोटो सोशल मीडिया में वायरल हो रही थी. फोटो वायरल होने के बाद पुलिस तुरंत हरकत में आई और बीजेपी के 2 कार्यकर्ताओं पर मामला दर्ज कर लिया गया था. इस बात की जानकारी लगते ही बीजेपी के वरिष्ठ नेता भी सोनहत थाने पहुंच गए. लगभग पुलिस से 2 घंटे की बातचीत के बाद दोनों युवकों को थाना जमानत पर छोड़ तो दिया गया, लेकिन उन पर 188 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया. जिसकी जमानत कोर्ट से करानी पड़ी थी. जिसके बाद अब कांग्रेसियों ने प्रधानमंत्री का पुतला दहन किया और उन पर मामला दर्ज नहीं हुआ, तब बीजेपी ने राज्यपाल के नाम ज्ञापन लिख दवाब की राजनीति करने का आरोप लगाया है.