ETV Bharat / state

कोरिया: अवास योजना में बैगा आदिवासी महिला के साथ धोखाधड़ी

बैगा आदिवासी महिला ने पूर्व आवासमित्र पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है. आरोप है कि आवासमित्र ने आवास योजना के पैसे का गबन किया है.

बैगा आदिवासी महिला के साथ धोखाधड़ी
author img

By

Published : Nov 20, 2019, 9:24 PM IST

कोरिया: भरतपुर के देवगढ़ पंचायत की बैगा आदिवासी महिला के साथ धोखाधड़ी कर खाते से पैसे निकालने का मामला सामने आया है.

बैगा आदिवासी महिला के साथ धोखाधड़ी

दरअसल, ग्राम देवगढ़ में रहने वाली इंदरनिया बाई ने बताया कि वर्ष 2016-17 मे उसके नाम प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास स्वीकृत हुआ था. जिसकी राशि भी खाते में आ गई थी. स्वीकृत प्रधानमंत्री आवास के निर्माण कार्य मे हितग्राहियों की टीम को सहयोग करने के लिए जनपद से आवासमित्र नियुक्त किए गए थे. सिगरौली निवासी आवासमित्र प्रवीण कुमार तिवारी ने डाक से प्राप्त हुए एटीएम कार्ड से प्रथम किस्त की राशि आहरण कर आवास का निर्माण कार्य प्रारंभ करा दिया. उसके बाद आवास की दूसरी और तीसरी किस्त की राशि को निकाल कर गबन कर लिया, जिससे आवास का निर्माण कार्य अब तक पूर्ण नहीं हो पाया है.

पढे़ं : हाईकोर्ट के फैसले के बाद पति के घर गई अंजलि, छलके खुशी के आंसू

महिला ने आरोप लगाया है कि पूर्व आवासमित्र प्रवीण कुमार वर्तमान मे ग्राम पंचायत सिंगरौली मे रोजगार सहयक के पद पर पदस्थ है. उसने महिला का बैंक खाता पासबुक,एटीएम कार्ड और गोपनीय पिन नम्बर अपने पास रखा है. महिला के मांगने पर नहीं दे रहा है. साथ ही आवास का निर्माण कार्य भी पूरा नहीं करा रहा है.

कोरिया: भरतपुर के देवगढ़ पंचायत की बैगा आदिवासी महिला के साथ धोखाधड़ी कर खाते से पैसे निकालने का मामला सामने आया है.

बैगा आदिवासी महिला के साथ धोखाधड़ी

दरअसल, ग्राम देवगढ़ में रहने वाली इंदरनिया बाई ने बताया कि वर्ष 2016-17 मे उसके नाम प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास स्वीकृत हुआ था. जिसकी राशि भी खाते में आ गई थी. स्वीकृत प्रधानमंत्री आवास के निर्माण कार्य मे हितग्राहियों की टीम को सहयोग करने के लिए जनपद से आवासमित्र नियुक्त किए गए थे. सिगरौली निवासी आवासमित्र प्रवीण कुमार तिवारी ने डाक से प्राप्त हुए एटीएम कार्ड से प्रथम किस्त की राशि आहरण कर आवास का निर्माण कार्य प्रारंभ करा दिया. उसके बाद आवास की दूसरी और तीसरी किस्त की राशि को निकाल कर गबन कर लिया, जिससे आवास का निर्माण कार्य अब तक पूर्ण नहीं हो पाया है.

पढे़ं : हाईकोर्ट के फैसले के बाद पति के घर गई अंजलि, छलके खुशी के आंसू

महिला ने आरोप लगाया है कि पूर्व आवासमित्र प्रवीण कुमार वर्तमान मे ग्राम पंचायत सिंगरौली मे रोजगार सहयक के पद पर पदस्थ है. उसने महिला का बैंक खाता पासबुक,एटीएम कार्ड और गोपनीय पिन नम्बर अपने पास रखा है. महिला के मांगने पर नहीं दे रहा है. साथ ही आवास का निर्माण कार्य भी पूरा नहीं करा रहा है.

Intro:एंकर - भरतपुर के ग्राम पंचायत देवगढ़ मे पूर्व आवासमित्र एवं वर्तमान रोजगार सहायक द्वारा पंचायत के एक बैगा विशेष पिछड़ी जनजाति की बृद्ध आदिवासी महिला के साथ धोखाधड़ी कर बैंक पासबुक व एटीएम कार्ड को अपने कब्जे मे लेकर आवास की राशि को आहरण कर गबन करने का मामला सामने आया है।

Body:वीओ - ग्राम देवगढ़ में रहने वाली पीड़ित बृद्धा इंदरनिया बाई पति रामलाल बैगा उम्र 62 वर्ष ने गत दिवस पुलिस थाना जनकपुर मे एक लिखित आवेदन पत्र देकर बताया कि शासन से वर्ष 2016 - 17 मे उसके नाम प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास स्वीकृत हुआ था। जिसकी राशि भी खाते में आ गई थी। स्वीकृत प्रधानमंत्री आवास के निर्माण कार्य मे हितग्राहियों की टीम को सहयोग करने के लिए जनपद से नियुक्त किया गया। जिसमे पूर्व आवासमित्र वर्तमान मे रोजगार सहयक ग्राम पंचायत सिगरौली व ग्राम सिगरौली निवासी प्रवीण कुमार तिवारी उर्फ बेला तिवारी ने डाक से प्राप्त हुआ एटीएम कार्ड लेकर बैंक खाता से प्रथम किस्त की राशि आहरण कर आवास का निर्माण कार्य प्रारंभ करा दिया। उसके बाद आवास का दूसरी व तीसरी किस्त की राशि को आहरण कर गबन कर लिया है, जिससे आवास का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हो पाया है।
बृद्ध महिला इंदरनिया बैगा ने बताया कि पूर्व आवासमित्र ग्राम पंचायत देवगढ़ प्रवीण कुमार और बेला तिवारी वर्तमान मे ग्राम पंचायत सिगरौली मे रोजगार सहयक के पद पर पदस्थ होकर कार्यरत है। Conclusion:मेरा बैंक खाता पासबुक एवं एटीएम कार्ड गोपनीय पिन नम्बर सहित अपने पास रखा है मांगने पर नहीं दे रहा है और आवास का निर्माण कार्य भी पूर्ण नहीं कर रहा है।
बाइट - प्रेमलाल (हितग्राही का बेटा)
बाइट - लालसाय बैगा (सरपंच,देवगढ़ ग्राम पंचायत)
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.