कोरिया: महज चंद घंटे या कुछ दिनों में फर्राटेदार इंग्लिश सिखाने का दावा करते विज्ञापन आपने देखा होगा. कुछ इसी तर्ज पर छत्तीसगढ़ सरकार में भी बीते कई सालों से अंग्रेजी शिक्षा का स्तर सुधारने की कवायद हो रही है. इसमें टीचरों को कभी तीन दिन, तो कभी दस दिन या तीस दिन में अंग्रेजी सिखाने का दावा किया जाता है.
हालांकि सरकार का यह प्रयास कितना सफल हुआ है. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वर्तमान में छत्तीसगढ़ में अंग्रेजी विषय के तीन हजार शिक्षकों की कमी है. प्रदेश में मौजूदा हालात में सरकारी स्कूलों में अंग्रेजी और गणित के टीचर बहुत ही कम हैं.
हिंदी और संस्कृत के शिक्षक पढ़ा रहे हैं अंग्रेजी
दरअसल, ज्यादातर स्कूलों में कार्यरत हिंदी और संस्कृत भाषा के शिक्षक ही अंग्रेजी पढ़ा रहे हैं. हाल ही में शिक्षा विभाग के एक आकलन के मुताबिक प्रदेश में 3 हजार अंग्रेजी शिक्षकों की कमी है. राज्य सरकार की ओर से शिक्षकों के इस ट्रेनिंग से बच्चों और शिक्षकों को कितना भला होगा, यह तो आने वाला वक्त ही बतायेगा.