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Year Ender 2023 अपराधधानी में बदलती ऊर्जाधानी, कहीं शक तो कहीं प्रेमी ने ही प्रेमिका को दी मौत - Chhattisgarh top crime news 2023

Year Ender 2023 छत्तीसगढ़ की ऊर्जानगरी यानी कोरबा के लिए साल 2023 बढ़ते अपराध के लिए भी जाना जाएगा . साल 2023 में कोरबा जिले में अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ा.इस दौरान कई पुराने अनसुलझे केस से भी पर्दा उठा,वहीं रिश्तों से भरोसा उठ जाने जैसे वाक्ये भी सामने आए.आईए जानते हैं कैसा रहा 2023 में कोरबा जिले में अपराध का लेखा जोखा. Crime Ratio increase in Korba, Chhattisgarh top crime news 2023

Year Ender 2023
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Dec 20, 2023, 5:00 PM IST

कोरबा : साल 2023 ने कुछ लोगों को कभी न भरने वाले जख्म दिए. वहीं कुछ अनसुलझे केस को भी पुलिस ने काफी मेहनत के बाद सुलझाया.इन्हीं में से एक केस एंकर सलमा का भी था. जो करीब 5 साल तक फाइल्स के बोझ के नीचे दबा रहा.लेकिन एक युवा अधिकारी ने इस केस को आखिरकार मेहनत और सूझबूझ से सुलझा लिया. साल के अंत में हम आपको इस वर्ष के टॉप 10 अपराधों को रिवाइंड कराने जा रहे हैं.जिसमें सबसे पहला नंबर प्रेमी की बेवफाई का है.

1.प्रेमिका की हत्या कर प्रेमी ने दफनाया: साल 2023 की शुरुआत में जनवरी के दूसरे हफ्ते में 8 माह पहले लापता हुई युवती की गुमशुदगी से पर्दा उठा. पता चला कि 25 वर्षीय अंजू को उसके प्रेमी गोपाल खड़िया ने मारकर रिस्दी के पास नर्सरी में दफना दिया था. पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने 8 महीने पहले अंजू की हत्या कर दी थी,क्योंकि वो शादी के लिए दबाव बना रही थी.इसके बाद नर्सरी में गड्ढा खोदकर दफन भी कर दिया. गोपाल ने ये भी बताया कि वह हत्या के बाद से ही बेचैन था. अंजू उसके सपने में आती थी. जिसके बाद वो डर गया.

प्रेमिका को मार कर दफना देने का एक और मामला 29 नवंबर को खुला. जो बांगो थाना के गांव लेपरा से जुड़ा था. खुलासे के 2 महीने पहले सितंबर में कोरबा जाने की बात कहकर ज्योति घर से निकली लेकिन वापस नहीं लौटी. जब यह मामला खुला तब पता चला कि आरोपी सोनू लाल साहू ने अपने चार अन्य साथियों के साथ मिलकर गर्लफ्रेंड की जंगल में पहले हत्या की.इसके बाद उसे दफन कर दिया. पुलिस को गुमराह करने के लिए लेपरा में अपनी गर्लफ्रेंड के परिजनों को फोन कर 15 लाख की फिरौती भी मांगी. यही फोन कॉल पुलिस के अपराधियों तक पहुंचाने का जरिया बना. पुलिस ने हत्या के सभी आरोपियों को पकड़ा.

2.ईडी की टीम ने कोरबा में की ताबड़तोड़ कार्रवाई : ईडी की छापामार कार्रवाई ने कांग्रेस सरकार में खूब सुर्खियां बटोरी.लेकिन 17 फरवरी को ईडी और केंद्रीय खनिज उड़न दस्ता की टीम एक ही दिन कोरबा पहुंची. ऐसा बहुत कम होता है जब केंद्र सरकार की दो एजेंसियां किसी एक जिले में एक साथ जांच पड़ताल करें. खनिज की टीम ने खनिज विभाग और इससे जुड़े मामलों में छानबीन की. वहीं ईडी की टीम ने भी कोयला घोटाले से जुड़ी जांच पड़ताल की. 2 दिनों तक खनिज विभाग के दफ्तर में दस्तावेजों को खंगाला गया. कोरबा जिले में ही देश की दो सबसे बड़ी कोयला खदान हैं. यहीं से लेवी वसूली की शुरुआत हुई थी, जिसने देश भर में सुर्खियां बटोरी. इसी घोटाले में गड़बड़ी के आरोप में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की निज सचिव सौम्या चौरसिया और कोरबा की पूर्व कलेक्टर रानू साहू भी फिलहाल जेल में बंद हैं. उन पर भी लेवी वसूली के लिए पूरे सिस्टम को संचालित करने का आरोप है. इसी कोयला घोटाले में सूर्यकांत तिवारी से लेकर कई आईपीएस अधिकारियों के नाम भी जुड़े, इन सभी की शुरुआत कोरबा जिले से ही हुई थी.

3.ग्रामीण ने की सब इंस्पेक्टर की हत्या : ऐसे मामले बेहद कम सुनने में आते हैं. जब कोई अपराधी बैरक में घुसकर पुलिसकर्मी की हत्या कर दें, कोरबा जिले के बांगो थाने में एक ऐसी ही वारदात सामने आई. जिसमें पुरानी कार्यवाही से नाराज एक ग्रामीण ने पुलिस विभाग के एएसआई नरेंद्र सिंह परिहार की हत्या कर दी थी. आरोपी ने कई दिनों तक रेकी की और प्लान बनाकर देर रात 2:00 बजे जब एएसआई के बैरक में पहुंचा. तब आरोपी ने टांगी और फरसा नुमा हथियार से एएसआई की हत्या कर दी. इस गुत्थी को सुलझाने में पुलिस को काफी समय लगा. कई पुलिस कर्मियों से भी पुलिस ने पूछताछ की गयी. लेकिन बाद में पुलिस ने इस मामले का खुलासा किया और बताया कि डीजे बजाने और शराब के प्रकरण आरोपी बनाए जाने से नाराज बांगो थाना के निवासी करण गिरी ने परिहार की हत्या की थी.

4. डिप्टी कलेक्टर और आईएएस के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का मामला : दहेजलोभियों की समाज में कमी नहीं है. लेकिन जब बड़े प्रशासनिक अशिकारियों पर ऐसा मामला दर्ज हो जाए तब लोग हैरत में आ गए. ऐसा ही कुछ 19 अप्रैल को कोरबा जिले में हुआ जब कटघोरा अनुभाग के एसडीएम के कौशल प्रसाद तेंदुलकर के खिलाफ उनकी पत्नी ने बिलासपुर के महिला थाने में दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज करवाया. इसी तरह कोरबा जिले की एक नवविवाहिता ने आईएएस पति संदीप कुमार झा, जो मूलतः बिहार दरभंगा के निवासी हैं. उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया, जो इस समय तेलंगाना कैडर के अधिकारी हैं. तेंदुलकर की पत्नी ने शिकायत दर्ज कराई कि ससुराल वाले मायके से ढाई लाख रुपये लाने के लिए दबाव बना रहे हैं. इस मामले में पुलिस ने मामला दर्ज किया था. जबकि आईएएस पति पर पत्नी ने आरोप लगाया कि वह पौने दो करोड़ रुपए से ज्यादा के उपहार दहेज में लाई थी. इसके बाद भी प्रताड़ित किया जाता रहा और अप्राकृतिक कृत्य के लिए भी मजबूर किया जाता था.

5. 7 साल की बच्ची से सामूहिक दुष्कर्म : कोरबा शहर में एक ऐसा मामला सामने आया जिसने सभी को झकझोर कर रख दिया. दुष्कर्म के कई मामले 2023 में दर्ज हुए, लेकिन इस मामले ने समाज को सोचने पर मजबूर किया. शहर के एक वार्ड में 7 साल की बच्ची को चॉकलेट दिलाने के बहाने एक गोदाम में ले जाकर दो युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया. मामला और भी चर्चा में इसलिए आ गया क्योंकि दुष्कर्म करने वालों में से एक कोरोना पॉजिटिव निकला. जबकि दूसरे को उसके परिजन मानसिक रोगी बताकर बचाने की कोशिश कर रहे थे. बच्ची को डरा धमका कर किसी को कुछ ना बताने की बात भी दुष्कर्मियों ने कहीं थी. सिविल लाइन थाने में अपराध दर्ज किया गया. आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया गया था. इनमें से एक व्यक्ति को उसके परिजन मानसिक रोगी जरूर बता रहे थे. लेकिन इसका कोई प्रमाण प्रस्तुत नहीं कर पाए, इसके बाद पुलिस ने दुष्कर्म की धाराओं के तहत कार्रवाई की.

6. सनकी आशिक लड़की के बॉयफ्रेंड को मार डाला : जिले के उपनगर के क्षेत्र छुरी में सनकी आशिक ने एक तरफा प्यार में लड़की के बॉयफ्रेंड को मौत के घाट उतार दिया. दरअसल इस मामले में पुलिस को एक लाश संदिग्ध अवस्था में मिली थी. जिसकी पहचान सुभाष देवांगन के तौर पर हुई थी. जांच पड़ताल हुई तो पता चला कि सुभाष की गर्लफ्रेंड से सनकी बलराम साहू एक तरफा प्यार करता था. बलराम लड़की से मिलना चाहता था, लेकिन लड़की ने इनकार कर दिया. इससे नाराज बलराम ने लड़की के बॉयफ्रेंड सुभाष को मौत के घाट उतार दिया. सुभाष जब अपनी गर्लफ्रेंड से मिलकर लौट रहा था. तब रात के वक्त बलराम ने बेरहमी से धारदार हथियार से सिर पे वार करते हुए सुभाष को मौत के घाट उतारा. पुलिस ने इस मामले को 24 घंटे में ही सुलझा लिया था.

7. शादी की सालगिरह के दिन शराबी पति की हत्या : साल 2023 में कोरबा जिले में ऐसे एक नहीं कई मामले सामने आए जिसमें पत्नियों ने अपने पति की हत्या करवाई. ऐसा एक मामला दीपका थाना क्षेत्र के उर्जानगर में सामने आया. जहां एसईसीएल कर्मी की घर घुसकर आधी रात को हत्या कर दी गई. पहले पत्नी ने झूठी कहानी गढ़ी और बताया कि आधी रात को किसी ने दरवाजा खटखटाया और पति की हत्या कर दी, लेकिन जब जांच आगे बढ़ी तब पता चला कि पत्नी ने क्राइम पेट्रोल के एपिसोड देखकर अपने पति की हत्या की पूरी स्क्रिप्ट लिखी थी. एसईसीएल में कार्यरत जगजीवन राम रात्रे की पत्नी धनेश्वरी ने अपने एक सहयोगी तुषार सोनी से पति की हत्या कराई थी. तुषार आदतन अपराधी था. जिसे धनेश्वरी ने अपने ही पति को मौत के घाट उतारने के लिए सुपारी दी थी. धनेश्वरी ने सुपारी लेकर कत्ल करने वाले किलर को बार-बार फोन किया, इसी से पुलिस को सुराग मिला. सुपारी किलर ने आधी रात को टांगी से जगजीवन पर ताबड़तोड़ वार कर उसे मौत के घाट उतारा था. पत्नी ने बाद में अपना जुर्म का कबूलते हुए बताया कि वह पति की शराब पीने की आदत से परेशान थी.

8.पांच साल जमीन के अंदर से निकली एंकर सलमा: कोरबा की बहुचर्चित हत्याकांड ने देश भर में सुर्खियां बटोरी थी. लगभग 5 साल पहले लापता न्यूज़ एंकर सलमा हत्याकांड का सच सामने आया. हाई प्रोफाइल मामले में पुलिस ने जिम संचालक मधुर साहू और उसके साथियों को गिरफ्तार किया. मधुर ने दृश्यम फिल्म की तर्ज पर पहले सलमा की हत्या की और निर्माणाधीन हाईवे के नीचे उसे दफना दिया था. पुलिस ने हाईवे खोदकर सलमा का कंकाल बरामद किया. डीएनए टेस्ट में भी पुष्टि हुई कि कंकाल सलमा का ही है.मधुर ने अपने साथियों के साथ मिलकर गला दबाकर सलमा को मार दिया था फिर उसे दफना दिया था. किसी को पता ना चले इसलिए वह लोन का ईएमआई भी लगातार चुकता कर रहा था. दोनों ने एक साथ बैंक से लोन लिया था, कुछ दिन लिव इन में भी रहे, लेनदेन के साथ रिलेशनशिप में होने वाले विवाद और शादी का दबाव हत्या का कारण बना. पुलिस ने इसके लिए खासी मशक्कत की, सैकड़ों संदेहियों से पूछताछ की, जमीन को खोदा गया. तब जाकर यह मामला खुला.

9. एक कॉलोनी में चाकू और हथौड़े से दो नृशंस हत्याएं : एक ही कॉलोनी में लगातार दो हत्याएं हुईं. पहला गणेश विसर्जन में तो दूसरा आधी रात को सीएसईबी चौकी क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ढोढ़ीपारा ने नवंबर और अक्टूबर में 20 दिनों के अंतराल में 2 नृशंस हत्याएं हुई. पहले मामले में गणेश विसर्जन के दौरान डीजे की धुन पर नाच रहे युवाओं के बीच मामूली बात पर झड़प हो गई. जिससे नाराज 17 साल के हरीश राव पर बस्ती में ही रहने वाले सुधीर ने ताबड़तोड़ चाकू से वार कर दिया. पेट और सीने में गंभीर वार से उसकी मौत हो गई.

20 दिन बाद ही ढोढ़ीपारा 12 में ही शुभम साहू की हत्या आदतन अपराधी रिक्की यादव ने हत्या कर दी, सभी दोस्त एक साथ नदी किनारे बैठे हुए थे. रिक्की के पास मोबाइल नहीं था, जिसने शुभम का मोबाइल छीन लिया और इसी बात पर दोनों के बीच विवाद हुआ. रिक्की ने चाकू और हथौड़े से पीट लकर शुभम की हत्या कर दी. फिर उसी के मोबाइल फोन से परिजनों को फोन कर बताया कि शुभम को मार दिया है, बचा सकते हो तो बचा लो. वारदात का यह घिनौना तरीका चर्चा का विषय बना रहा था.

दोनों मामले एक ही क्षेत्र के हैं .20 दिनों के अंतराल में घटे, इन मामलों ने जिले की पुलिसिंग पर बड़ा प्रश्न चिन्ह लगाया. यह बात भी सामने आई की गली मोहल्ले में आपराधिक पृष्ठभूमि वाले नशेड़ी चाकू लेकर घूम रहे हैं. हालांकि दोनों ही मामलों में पुलिस ने आरोपियों को सफलतापूर्वक गिरफ्तार कर लिया

10. मां से मिलने पहुंचे पुरुष मित्र को बेटे ने उतारा मौत के घाट : साल खत्म होते होते एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति को अपनी परिचित महिला से मिलना भारी पड़ गया. दर्री थाना अंतर्गत साडा कॉलोनी, जमनीपाली में कुसमुंडा निवासी नरेंद्र पाल सिंह उर्फ रोजी(52) अपनी एक परिचित महिला से मिलने पहुंचे थे. रात के करीब 10 बजे जब वह महिला से मिलकर वापस लौट रहे थे. तब सीढ़ियों पर महिला के पुत्र सुमित दास(28) ने बेसबॉल बैट से वार कर नरेंद्र को मौत के घाट उतार दिया. महिला से नरेंद्र की पूर्व की जान पहचान थी और वह घर लौटते वक्त उससे मिलने रुका था. लेकिन किसे पता था.जो उसकी जिंदगी की आखिरी मुलाकात बन गई.

कोरबा : साल 2023 ने कुछ लोगों को कभी न भरने वाले जख्म दिए. वहीं कुछ अनसुलझे केस को भी पुलिस ने काफी मेहनत के बाद सुलझाया.इन्हीं में से एक केस एंकर सलमा का भी था. जो करीब 5 साल तक फाइल्स के बोझ के नीचे दबा रहा.लेकिन एक युवा अधिकारी ने इस केस को आखिरकार मेहनत और सूझबूझ से सुलझा लिया. साल के अंत में हम आपको इस वर्ष के टॉप 10 अपराधों को रिवाइंड कराने जा रहे हैं.जिसमें सबसे पहला नंबर प्रेमी की बेवफाई का है.

1.प्रेमिका की हत्या कर प्रेमी ने दफनाया: साल 2023 की शुरुआत में जनवरी के दूसरे हफ्ते में 8 माह पहले लापता हुई युवती की गुमशुदगी से पर्दा उठा. पता चला कि 25 वर्षीय अंजू को उसके प्रेमी गोपाल खड़िया ने मारकर रिस्दी के पास नर्सरी में दफना दिया था. पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने 8 महीने पहले अंजू की हत्या कर दी थी,क्योंकि वो शादी के लिए दबाव बना रही थी.इसके बाद नर्सरी में गड्ढा खोदकर दफन भी कर दिया. गोपाल ने ये भी बताया कि वह हत्या के बाद से ही बेचैन था. अंजू उसके सपने में आती थी. जिसके बाद वो डर गया.

प्रेमिका को मार कर दफना देने का एक और मामला 29 नवंबर को खुला. जो बांगो थाना के गांव लेपरा से जुड़ा था. खुलासे के 2 महीने पहले सितंबर में कोरबा जाने की बात कहकर ज्योति घर से निकली लेकिन वापस नहीं लौटी. जब यह मामला खुला तब पता चला कि आरोपी सोनू लाल साहू ने अपने चार अन्य साथियों के साथ मिलकर गर्लफ्रेंड की जंगल में पहले हत्या की.इसके बाद उसे दफन कर दिया. पुलिस को गुमराह करने के लिए लेपरा में अपनी गर्लफ्रेंड के परिजनों को फोन कर 15 लाख की फिरौती भी मांगी. यही फोन कॉल पुलिस के अपराधियों तक पहुंचाने का जरिया बना. पुलिस ने हत्या के सभी आरोपियों को पकड़ा.

2.ईडी की टीम ने कोरबा में की ताबड़तोड़ कार्रवाई : ईडी की छापामार कार्रवाई ने कांग्रेस सरकार में खूब सुर्खियां बटोरी.लेकिन 17 फरवरी को ईडी और केंद्रीय खनिज उड़न दस्ता की टीम एक ही दिन कोरबा पहुंची. ऐसा बहुत कम होता है जब केंद्र सरकार की दो एजेंसियां किसी एक जिले में एक साथ जांच पड़ताल करें. खनिज की टीम ने खनिज विभाग और इससे जुड़े मामलों में छानबीन की. वहीं ईडी की टीम ने भी कोयला घोटाले से जुड़ी जांच पड़ताल की. 2 दिनों तक खनिज विभाग के दफ्तर में दस्तावेजों को खंगाला गया. कोरबा जिले में ही देश की दो सबसे बड़ी कोयला खदान हैं. यहीं से लेवी वसूली की शुरुआत हुई थी, जिसने देश भर में सुर्खियां बटोरी. इसी घोटाले में गड़बड़ी के आरोप में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की निज सचिव सौम्या चौरसिया और कोरबा की पूर्व कलेक्टर रानू साहू भी फिलहाल जेल में बंद हैं. उन पर भी लेवी वसूली के लिए पूरे सिस्टम को संचालित करने का आरोप है. इसी कोयला घोटाले में सूर्यकांत तिवारी से लेकर कई आईपीएस अधिकारियों के नाम भी जुड़े, इन सभी की शुरुआत कोरबा जिले से ही हुई थी.

3.ग्रामीण ने की सब इंस्पेक्टर की हत्या : ऐसे मामले बेहद कम सुनने में आते हैं. जब कोई अपराधी बैरक में घुसकर पुलिसकर्मी की हत्या कर दें, कोरबा जिले के बांगो थाने में एक ऐसी ही वारदात सामने आई. जिसमें पुरानी कार्यवाही से नाराज एक ग्रामीण ने पुलिस विभाग के एएसआई नरेंद्र सिंह परिहार की हत्या कर दी थी. आरोपी ने कई दिनों तक रेकी की और प्लान बनाकर देर रात 2:00 बजे जब एएसआई के बैरक में पहुंचा. तब आरोपी ने टांगी और फरसा नुमा हथियार से एएसआई की हत्या कर दी. इस गुत्थी को सुलझाने में पुलिस को काफी समय लगा. कई पुलिस कर्मियों से भी पुलिस ने पूछताछ की गयी. लेकिन बाद में पुलिस ने इस मामले का खुलासा किया और बताया कि डीजे बजाने और शराब के प्रकरण आरोपी बनाए जाने से नाराज बांगो थाना के निवासी करण गिरी ने परिहार की हत्या की थी.

4. डिप्टी कलेक्टर और आईएएस के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का मामला : दहेजलोभियों की समाज में कमी नहीं है. लेकिन जब बड़े प्रशासनिक अशिकारियों पर ऐसा मामला दर्ज हो जाए तब लोग हैरत में आ गए. ऐसा ही कुछ 19 अप्रैल को कोरबा जिले में हुआ जब कटघोरा अनुभाग के एसडीएम के कौशल प्रसाद तेंदुलकर के खिलाफ उनकी पत्नी ने बिलासपुर के महिला थाने में दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज करवाया. इसी तरह कोरबा जिले की एक नवविवाहिता ने आईएएस पति संदीप कुमार झा, जो मूलतः बिहार दरभंगा के निवासी हैं. उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया, जो इस समय तेलंगाना कैडर के अधिकारी हैं. तेंदुलकर की पत्नी ने शिकायत दर्ज कराई कि ससुराल वाले मायके से ढाई लाख रुपये लाने के लिए दबाव बना रहे हैं. इस मामले में पुलिस ने मामला दर्ज किया था. जबकि आईएएस पति पर पत्नी ने आरोप लगाया कि वह पौने दो करोड़ रुपए से ज्यादा के उपहार दहेज में लाई थी. इसके बाद भी प्रताड़ित किया जाता रहा और अप्राकृतिक कृत्य के लिए भी मजबूर किया जाता था.

5. 7 साल की बच्ची से सामूहिक दुष्कर्म : कोरबा शहर में एक ऐसा मामला सामने आया जिसने सभी को झकझोर कर रख दिया. दुष्कर्म के कई मामले 2023 में दर्ज हुए, लेकिन इस मामले ने समाज को सोचने पर मजबूर किया. शहर के एक वार्ड में 7 साल की बच्ची को चॉकलेट दिलाने के बहाने एक गोदाम में ले जाकर दो युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया. मामला और भी चर्चा में इसलिए आ गया क्योंकि दुष्कर्म करने वालों में से एक कोरोना पॉजिटिव निकला. जबकि दूसरे को उसके परिजन मानसिक रोगी बताकर बचाने की कोशिश कर रहे थे. बच्ची को डरा धमका कर किसी को कुछ ना बताने की बात भी दुष्कर्मियों ने कहीं थी. सिविल लाइन थाने में अपराध दर्ज किया गया. आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया गया था. इनमें से एक व्यक्ति को उसके परिजन मानसिक रोगी जरूर बता रहे थे. लेकिन इसका कोई प्रमाण प्रस्तुत नहीं कर पाए, इसके बाद पुलिस ने दुष्कर्म की धाराओं के तहत कार्रवाई की.

6. सनकी आशिक लड़की के बॉयफ्रेंड को मार डाला : जिले के उपनगर के क्षेत्र छुरी में सनकी आशिक ने एक तरफा प्यार में लड़की के बॉयफ्रेंड को मौत के घाट उतार दिया. दरअसल इस मामले में पुलिस को एक लाश संदिग्ध अवस्था में मिली थी. जिसकी पहचान सुभाष देवांगन के तौर पर हुई थी. जांच पड़ताल हुई तो पता चला कि सुभाष की गर्लफ्रेंड से सनकी बलराम साहू एक तरफा प्यार करता था. बलराम लड़की से मिलना चाहता था, लेकिन लड़की ने इनकार कर दिया. इससे नाराज बलराम ने लड़की के बॉयफ्रेंड सुभाष को मौत के घाट उतार दिया. सुभाष जब अपनी गर्लफ्रेंड से मिलकर लौट रहा था. तब रात के वक्त बलराम ने बेरहमी से धारदार हथियार से सिर पे वार करते हुए सुभाष को मौत के घाट उतारा. पुलिस ने इस मामले को 24 घंटे में ही सुलझा लिया था.

7. शादी की सालगिरह के दिन शराबी पति की हत्या : साल 2023 में कोरबा जिले में ऐसे एक नहीं कई मामले सामने आए जिसमें पत्नियों ने अपने पति की हत्या करवाई. ऐसा एक मामला दीपका थाना क्षेत्र के उर्जानगर में सामने आया. जहां एसईसीएल कर्मी की घर घुसकर आधी रात को हत्या कर दी गई. पहले पत्नी ने झूठी कहानी गढ़ी और बताया कि आधी रात को किसी ने दरवाजा खटखटाया और पति की हत्या कर दी, लेकिन जब जांच आगे बढ़ी तब पता चला कि पत्नी ने क्राइम पेट्रोल के एपिसोड देखकर अपने पति की हत्या की पूरी स्क्रिप्ट लिखी थी. एसईसीएल में कार्यरत जगजीवन राम रात्रे की पत्नी धनेश्वरी ने अपने एक सहयोगी तुषार सोनी से पति की हत्या कराई थी. तुषार आदतन अपराधी था. जिसे धनेश्वरी ने अपने ही पति को मौत के घाट उतारने के लिए सुपारी दी थी. धनेश्वरी ने सुपारी लेकर कत्ल करने वाले किलर को बार-बार फोन किया, इसी से पुलिस को सुराग मिला. सुपारी किलर ने आधी रात को टांगी से जगजीवन पर ताबड़तोड़ वार कर उसे मौत के घाट उतारा था. पत्नी ने बाद में अपना जुर्म का कबूलते हुए बताया कि वह पति की शराब पीने की आदत से परेशान थी.

8.पांच साल जमीन के अंदर से निकली एंकर सलमा: कोरबा की बहुचर्चित हत्याकांड ने देश भर में सुर्खियां बटोरी थी. लगभग 5 साल पहले लापता न्यूज़ एंकर सलमा हत्याकांड का सच सामने आया. हाई प्रोफाइल मामले में पुलिस ने जिम संचालक मधुर साहू और उसके साथियों को गिरफ्तार किया. मधुर ने दृश्यम फिल्म की तर्ज पर पहले सलमा की हत्या की और निर्माणाधीन हाईवे के नीचे उसे दफना दिया था. पुलिस ने हाईवे खोदकर सलमा का कंकाल बरामद किया. डीएनए टेस्ट में भी पुष्टि हुई कि कंकाल सलमा का ही है.मधुर ने अपने साथियों के साथ मिलकर गला दबाकर सलमा को मार दिया था फिर उसे दफना दिया था. किसी को पता ना चले इसलिए वह लोन का ईएमआई भी लगातार चुकता कर रहा था. दोनों ने एक साथ बैंक से लोन लिया था, कुछ दिन लिव इन में भी रहे, लेनदेन के साथ रिलेशनशिप में होने वाले विवाद और शादी का दबाव हत्या का कारण बना. पुलिस ने इसके लिए खासी मशक्कत की, सैकड़ों संदेहियों से पूछताछ की, जमीन को खोदा गया. तब जाकर यह मामला खुला.

9. एक कॉलोनी में चाकू और हथौड़े से दो नृशंस हत्याएं : एक ही कॉलोनी में लगातार दो हत्याएं हुईं. पहला गणेश विसर्जन में तो दूसरा आधी रात को सीएसईबी चौकी क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ढोढ़ीपारा ने नवंबर और अक्टूबर में 20 दिनों के अंतराल में 2 नृशंस हत्याएं हुई. पहले मामले में गणेश विसर्जन के दौरान डीजे की धुन पर नाच रहे युवाओं के बीच मामूली बात पर झड़प हो गई. जिससे नाराज 17 साल के हरीश राव पर बस्ती में ही रहने वाले सुधीर ने ताबड़तोड़ चाकू से वार कर दिया. पेट और सीने में गंभीर वार से उसकी मौत हो गई.

20 दिन बाद ही ढोढ़ीपारा 12 में ही शुभम साहू की हत्या आदतन अपराधी रिक्की यादव ने हत्या कर दी, सभी दोस्त एक साथ नदी किनारे बैठे हुए थे. रिक्की के पास मोबाइल नहीं था, जिसने शुभम का मोबाइल छीन लिया और इसी बात पर दोनों के बीच विवाद हुआ. रिक्की ने चाकू और हथौड़े से पीट लकर शुभम की हत्या कर दी. फिर उसी के मोबाइल फोन से परिजनों को फोन कर बताया कि शुभम को मार दिया है, बचा सकते हो तो बचा लो. वारदात का यह घिनौना तरीका चर्चा का विषय बना रहा था.

दोनों मामले एक ही क्षेत्र के हैं .20 दिनों के अंतराल में घटे, इन मामलों ने जिले की पुलिसिंग पर बड़ा प्रश्न चिन्ह लगाया. यह बात भी सामने आई की गली मोहल्ले में आपराधिक पृष्ठभूमि वाले नशेड़ी चाकू लेकर घूम रहे हैं. हालांकि दोनों ही मामलों में पुलिस ने आरोपियों को सफलतापूर्वक गिरफ्तार कर लिया

10. मां से मिलने पहुंचे पुरुष मित्र को बेटे ने उतारा मौत के घाट : साल खत्म होते होते एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति को अपनी परिचित महिला से मिलना भारी पड़ गया. दर्री थाना अंतर्गत साडा कॉलोनी, जमनीपाली में कुसमुंडा निवासी नरेंद्र पाल सिंह उर्फ रोजी(52) अपनी एक परिचित महिला से मिलने पहुंचे थे. रात के करीब 10 बजे जब वह महिला से मिलकर वापस लौट रहे थे. तब सीढ़ियों पर महिला के पुत्र सुमित दास(28) ने बेसबॉल बैट से वार कर नरेंद्र को मौत के घाट उतार दिया. महिला से नरेंद्र की पूर्व की जान पहचान थी और वह घर लौटते वक्त उससे मिलने रुका था. लेकिन किसे पता था.जो उसकी जिंदगी की आखिरी मुलाकात बन गई.

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