कोरबा : सेंट्रल वर्कशॉप कोरबा के कर्मचारियों ने संडे ड्यूटी बंद किए जाने के विरोध में प्रदर्शन पर बैठे है. SECL प्रबंधन के खिलाफ चल रहे इस आंदोलन को समर्थन देते हुए महिला कर्मचारी भी भूख हड़ताल पर हैं. महिला कर्मचारियों ने रविवार की ड्यूटी को दोबारा शुरू नहीं किये जाने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल कर पूरा कारखाना बंद करने की चेतावनी दी है.
सेंट्रल वर्कशॉप कोरबा के पुरुष कर्मचारियों ने संडे ड्यूटी बंद किए जाने के विरोध में भूख हड़ताल पर है. हड़ताल के पांचवें दिन महिलाओं के भूख हड़ताल पर बैठने से आंदोलन और भी उग्र हो गया है. इसके बाद भी SECL प्रबंधन आंखे मूंदे बैठा है.
ओवरटाइम में अंकुश लगाने का प्रयास
कर्मचारियों का आरोप है कि SECL रविवार ड्यूटी के साथ किए जाने वाले ओवरटाइम में अंकुश लगाने का प्रयास कर रही है. सन्डे ड्यूटी खत्म होने से ग्रेड अनुसार प्रतिमाह 10 से 15 हजार का नुकसान उठाना पड़ रहा है. इससे ट्रेड यूनियन के कर्मचारियों में नाराजगी है.
चार संडे से रविवार की ड्यूटी बंद
SECL प्रबंधन ने सेंट्रल वर्कशॉप में पिछले चार रविवार से संडे ड्यूटी बंद कर दिया है. महिलाओं ने बताया कि प्रबंधन अपने कर्मचारियों के साथ अन्याय कर रहा है. महिला शक्ति मैदान में उतरकर अपना हक मांग रही है. उन्होंने कहा कि एक भी जिम्मेदार अधिकारी उनसे बातचीत करने नहीं पहुंचा है. प्रबंधन संडे ड्यूटी बंद होने पर फंड की कमी का हवाला दे रहा है, जबकि कर्मचारी इसे प्रबंधन की बहानेबाजी बता रहे हैं.
संडे ड्यूटी बंद से एक कर्मी की मौत
महिलाकर्मी प्रमिला रात्रे ने बताया कि SECL प्रबंधन ने फंड की कमी का हवाला देकर रविवार की ड्यूटी बंद करा दी है. ड्यूटी कम होने से पगार भी कम मिलता है. ऐसे में हमारे बच्चों की पढ़ाई पर भी असर पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि संडे ड्यूटी को बंद करने की खबर सुनकर सेंट्रल वर्कशॉप में एक कर्मचारी की मौत भी हो चुकी है. किसी की जान जाती है तो जाए प्रबंधन को कोई सरोकार नहीं है. जब तक प्रबंधन हमारी मांगें पूरा नहीं करता है तब तक हड़ताल यूं ही जारी रहेगा.