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कोरबा: ग्रामीणों ने जान जोखिम में डालकर किया बिजली मेंटेनेंस, जिम्मेदार बेसुध

कोरबा के ग्राम पंचायत कोथारी क्षेत्र में 4 दिनों पहले हुई तेज बारिश और आंधी की वजह से बिजली के कई तार टूट गए थे. 3-4 दिनों से गांव के लोग बिना बिजली के परेशान हो रहे हैं. बिजली विभाग को सूचना देने के बाद भी कोई कर्मचारी यहां नहीं पहुंचा, तो गांववालों ने खुद ही इंतजाम सुधार दिया.

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Published : Jun 17, 2020, 9:36 AM IST

Updated : Jun 17, 2020, 4:00 PM IST

Villagers fixed electricity problem
बिजली बंद रहने से ग्रामीणों को हुई दिक्कत

कोरबा: करतला क्षेत्र में रविवार को मौसम ने करवट ली और आंधी-तूफान के साथ जमकर बारिश हुई. जगह-जगह पेड़ भी गिर गए. बिजली के खंभे क्षतिग्रस्त हो गए और तार टूटकर जमीन पर गिर गए. इसका असर गांव में 3-4 दिनों तक देखने को मिला. बदले मौसम की वजह से गांव में कई घंटों तक बिजली बंद रही, जिससे ग्रामीणों को काफी परेशानी हुई. गांववालों ने सुरक्षा की परवाह किए बगैर सुधार कार्य किया.

जान जोखिम में डाल बिजली मेंटेनेंस!

तेज आंधी-तूफान की वजह से बिजली के तार टूटकर बिखर गए थे. ग्राम पंचायत कोथारी क्षेत्र में बिजली आपूर्ति 3- 4 दिनों से बाधित रही. विभाग को लाइट बंद होने की सूचना दी गई थी, लेकिन सुधार करने के लिए कर्मचारी नहीं पहुंचे. इसी बीच ग्रामीणों ने जान जोखिम में डालकर बिना कोई सेफ्टी बेल्ट के बिजली के खंभे पर चढ़कर सुधार कार्य किया.

बिजली विभाग ने नहीं ली सुध

ग्राम पंचायत कोथारी के ग्रामीणों ने बताया कि गांव में 3-4 दिनों से बिजली नहीं है. बिजली बंद होने से ग्रामीणों को काफी दिक्कत हो रही है. ग्रामीणों ने बताया कि बिजली विभाग को सूचना दी गई, लेकिन कोई कर्मचारी नहीं आया, इसलिए ग्रामीण खुद ही बिजली लाइन के सुधार कार्य में लग गए.

पढ़ें- WEATHER UPDATE: छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में बारिश की संभावना

बता दें कि 11 जून को छत्तीसगढ़ में मानसून प्रवेश कर चुका है और इसकी शुरुआत बस्तर से हो चुकी है. वहीं राजधानी सहित कई हिस्सों में भी मानसून पहुंच चुका है. छत्तीसगढ़ में इस बार बादल जमकर बरस रहे हैं. मौसम विभाग के मुताबिक मानसून सामान्य तिथि से एक हफ्ते पहले ही प्रदेश में दस्तक दे चुका है. 17 जून को भी प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश की संभावना जताई गई है.

कोरबा: करतला क्षेत्र में रविवार को मौसम ने करवट ली और आंधी-तूफान के साथ जमकर बारिश हुई. जगह-जगह पेड़ भी गिर गए. बिजली के खंभे क्षतिग्रस्त हो गए और तार टूटकर जमीन पर गिर गए. इसका असर गांव में 3-4 दिनों तक देखने को मिला. बदले मौसम की वजह से गांव में कई घंटों तक बिजली बंद रही, जिससे ग्रामीणों को काफी परेशानी हुई. गांववालों ने सुरक्षा की परवाह किए बगैर सुधार कार्य किया.

जान जोखिम में डाल बिजली मेंटेनेंस!

तेज आंधी-तूफान की वजह से बिजली के तार टूटकर बिखर गए थे. ग्राम पंचायत कोथारी क्षेत्र में बिजली आपूर्ति 3- 4 दिनों से बाधित रही. विभाग को लाइट बंद होने की सूचना दी गई थी, लेकिन सुधार करने के लिए कर्मचारी नहीं पहुंचे. इसी बीच ग्रामीणों ने जान जोखिम में डालकर बिना कोई सेफ्टी बेल्ट के बिजली के खंभे पर चढ़कर सुधार कार्य किया.

बिजली विभाग ने नहीं ली सुध

ग्राम पंचायत कोथारी के ग्रामीणों ने बताया कि गांव में 3-4 दिनों से बिजली नहीं है. बिजली बंद होने से ग्रामीणों को काफी दिक्कत हो रही है. ग्रामीणों ने बताया कि बिजली विभाग को सूचना दी गई, लेकिन कोई कर्मचारी नहीं आया, इसलिए ग्रामीण खुद ही बिजली लाइन के सुधार कार्य में लग गए.

पढ़ें- WEATHER UPDATE: छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में बारिश की संभावना

बता दें कि 11 जून को छत्तीसगढ़ में मानसून प्रवेश कर चुका है और इसकी शुरुआत बस्तर से हो चुकी है. वहीं राजधानी सहित कई हिस्सों में भी मानसून पहुंच चुका है. छत्तीसगढ़ में इस बार बादल जमकर बरस रहे हैं. मौसम विभाग के मुताबिक मानसून सामान्य तिथि से एक हफ्ते पहले ही प्रदेश में दस्तक दे चुका है. 17 जून को भी प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश की संभावना जताई गई है.

Last Updated : Jun 17, 2020, 4:00 PM IST
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