कोरबा: कुसमुंडा थानाे क्षेत्र में पुलिस-प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है. हरदीबाजार चौकी से महज 200 मीटर की दूरी पर गमछा बांधे जरिकेन और पाइप के साथ 30 अज्ञात लोग देखे गए थे. ग्रामीणों ने अज्ञात लोगों को रास्ते में रुकवा लिया और इसकी सूचना पुलिस को दी, लेकिन वो घटनास्थल पर देरी से पहुंची.
ग्रामीणों ने बताया कि अज्ञात लोगों को देखकर ऐसा लग रहा था कि वे डीजल चोर गिरोह के सदस्य थे, जो खदान के अंदर चोरी की घटना को अंजाम देने की फिराक में थे. इन अज्ञात आरोपियों का ग्रामीणों ने एक वीडियो भी बनाया है, जिसमें ग्रामीण उनसे पूछ रहे हैं कि वे खाली जरिकेन और पाइप लेकर वह कहां जा रहे हैं. जिसपर उन्होंने जवाब दिया कि वे गेवरा खदान की ओर जा रहे हैं और बिलासपुर के रहने वाले शाहिद नाम के व्यक्ति के लिए काम करते हैं. बताया जा रहा है कि ग्रामीणों के सवाल-जवाब करने पर अज्ञात लोगों ने ग्रामीणों को डराने-धमकाने की कोशिश भी की है.
ग्रामीणों में आक्रोश
ग्रामीणों की सूचना पर हरदी बाजार चौकी से एसआई आशीष सिंह मौके पर पहुंचे और जांच के नाम पर वाहन को कब्जे में लिया, लेकिन कुछ देर बाद बिना किसी कार्रवाई के अज्ञात लोगों को छोड़ दिया. ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस ने जांच में लापरवाही बरती है. हरदीबाजार निवासी रवि राठौर ने बताया कि पुलिस की इस लापरवाही और कार्यप्रणाली को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है. आरोपियों के प्रति पुलिस के ढीले रवैये से आक्रोशित ग्रामीणों ने पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल कर दिया है.
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मौके पर कुछ नहीं मिला
इस संबंध में हरदी बाजार चौकी के निरीक्षक रमेश पांडे का कहना है कि मौके पर पहुंची पुलिस की टीम को मौके पर कुछ नहीं मिला, जिस वजह से कोई कार्रवाई नहीं की गई है. वहीं पुलिस के उच्च अधिकारियों ने इस घटना पर कुछ भी कहने से मना कर दिया है.
जरिकेन और पाइप ले जाने की नहीं है कोई वैधानिक प्रक्रिया
ग्रामीणों का कहना है कि डीजल जैसे पेट्रोलियम पदार्थ को लाने ले जाने के लिए पिकअप में खाली जरीकेन भरकर परिवहन करने की कोई भी ऐसी वैधानिक प्रक्रिया नहीं है. डीजल का परिवहन पूरी तरह से इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन जैसी कंपनियों द्वारा किया जाता है. जिसके लिए विशेष वाहन होते हैं. पिकअप में जरिकेन का मौजूद होना सीधे तौर पर डीजल चोर गिरोह के सदस्यों की पुष्टि कर रहा है, बावजूद इसके इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई.