कोरबा: कटघोरा की मीरा टॉकीज के पास एक अज्ञात ट्रक ने पांच मवेशी को अपनी चपेट में लिया. सभी मवेशियों की मौके पर मौत हो गई. हादसे के बाद मौके पर पहुंचे स्थानीय निवासियों ने सरकार की महत्वकांक्षी रोका-छेका योजना को असफल बताया है.
स्थानीय निवासियों ने बताया कि इस जगह पर आए दिन मवेशियों की वजह से हादसे होते रहते हैं. कटघोरा से अंबिकापुर मार्ग पर बैठे हुए कई मवेशी मिलते हैं, जिसके कारण रोजाना हादसे होते रहते हैं. किसानों ने संकल्प पत्र तो भर दिया, लेकिन मवेशी को नहीं संभाल पा रहे हैं. नगर पालिका परिषद ने किसानों पर कार्रवाई शुरू तो कि है, लेकिन मवेशियों को रखने की दिक्कत आ रही है.
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नो एंट्री के बोर्ड के बाद भी गुजरते हैं भारी वाहन
कोरबा में सड़क की बदहाल स्थिति किसी से छिपी नहीं है. कटघोरा की सड़कों में गड्ढों के कारण आए दिन सड़क हादसे होते रहते हैं. कोरबा के कटघोरा में नो एंट्री के बोर्ड लगाए जाने के बाद भी भारी वाहन वहां से गुजरते हैं.
ग्राम पंचायतों में रोका-छेका अभियान की खुली पोल
बता दें कि राज्य सरकार की ओर से शुरू की गई रोका-छेका योजना ग्राम पंचायतों में मुसीबत बन गई है. संकल्प पत्र भरने के बावजूद भी किसान अपने मवेशी को इधर-उधर घूमा रहे हैं. राज्य शासन ने पशुओं की व्यवस्थित देखभाल, फसलों को बचाने और दुर्घटना में कमी लाने के लिए रोका-छेका योजना शुरू की थी.