कोरबा: पुलिस इंस्पेक्टर एस एस पटेल की चोरी हुई कार लावारिस हालात में मिली है. शहर से लगभग 15 किलोमीटर दूर भलपहरी गांव में नहर के किनारे कार बरामद की गई है. कार का नंबर प्लेट बदलने के साथ म्यूजिक सिस्टम को अज्ञात ने क्षति पहुंचाई है. हालांकि पुलिस को अब तक आरोपी के खिलाफ कोई सुराग नहीं मिला है.
किसी संदेही को भी हिरासत में नहीं लिया गया है. संभावना यह भी है कि आरोपी किसी और आपराधिक घटना में इस कार का इस्तेमाल करने के फिराक में था, लेकिन वह अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो सका. पुलिस इस दिशा में जांच पड़ताल करने में लगी हुई है.
सर्विस सेंटर से पार हुई थी कार
बता दें कि पुलिस लाइन में पदस्थ निरीक्षक एस एस पटेल ने अपनी कार को सर्विसिंग के लिए रिकांडो रोड स्थित कोरबा सर्विस सेंटर में दी थी. संचालक ने वाहन की चाबी वर्कशॉप के एक हिस्से में रख दी थी. यह वाहन दूसरी गाड़ियों के साथ सामने के हिस्से में खड़ा था. रात को शटर बंद कर कर्मचारी अपने घर चले गए. कुछ घंटे बाद यहां का ताला तोड़कर किसी अज्ञात ने कार पार कर दी थी.
कार में मिले लोहे की दो रॉड
अगली सुबह इसकी जानकारी होने पर पुलिस हरकत में आई. 30 घंटे बाद इस मामले में कार को उरगा पुलिस थाना क्षेत्र के भलपहरी से बरामद कर लिया गया है. जानकारी के मुताबिक भलपहरी में कार लावारिस स्थिति में मिली है. शुक्रवार सुबह लोगों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी. कार के नंबर प्लेट को छेड़छाड़ करते हुए एम के स्थान पर एन कर दिया गया है, जिससे जांच-पड़ताल करने में असमंजस की स्थिति बनी रहे. हालांकि वाहन को पहचान लिया गया. ये भी बताया जा रहा है कि वाहन के पिछले हिस्से में लोहे की दो रॉड पाई गई है.
सीसीटीवी फुटेज का लिया जा रहा सहारा
मानिकपुर चौकी प्रभारी राजेश पांडे ने बताया कि निरीक्षक एस एस पटेल की कार को बरामद कर लिया गया है. इस घटना के पीछे किसका हाथ है, इस विषय में पड़ताल की जा रही है. सीसीटीवी फुटेज का भी सहारा लिया जा रहा है. बहरहाल कोरबा शहर से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर चोरी करने के बाद वाहन को आखिर क्यों छोड़ दिया गया. यह सबसे अबूझ पहेली बनी हुई हैं और ये भी देखना होगा कि पुलिस को इस केस में कब तक सुराग लग पाता है.
कोसाबाड़ी में चोरी की अब तक सुराग नहीं मिली
गौरतलब है कि बीते 30 जून की रात रामपुर पुलिस चौकी के कोसाबाड़ी में चोरों ने ताला तोड़कर लाखों के जेवरात और नकदी रकम पार कर दिया था. औद्योगिक क्षेत्र खरमोरा में डीडी इंटरप्राइजेस के संचालक विकास अग्रवाल को इस घटना में लगभग 40 लाख की चपत लगी थी. घटना से एक दिन पहले वह नैला (जांजगीर) में अपने रिश्तेदार के यहां वैवाहिक समारोह में शामिल होने गए थे. इस केस में पुलिस ने कई स्तर पर जांच पड़ताल की. बहुत बड़े हिस्से तक सीसीटीवी फुटेज प्राप्त किए गए और छानबीन की गई. इसके बावजूद दो महीने बीतने के बाद भी चोरों के बारे में पुलिस को कोई सुराग नहीं मिल सका है.