कोरबा: छत्तीसगढ़ में शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाने के लिए सरकार चाहे लाख कोशिश कर ले, प्रदेश में एजुकेशन का स्टेटस लगातार गिरता ही जा रहा है. सिस्टम स्कूलों की हालत सुधारने के भले ही लाख दावे करता हो, लेकिन इन विद्यालयों की मौजूदा हालात बेहद ही चिंताजनक है, बात करें जिले के सोहागपुर के माध्यमिक शाला की, तो यह स्कूल सरकार के सभी दावों की पोल खोलता नजर आ रहा है. यहां बच्चे स्कूल का ताला खोलने से लेकर साफ-सफाई तक का काम खुद ही करते हैं. वजह पूछने पर स्कूल के शिक्षक ने स्कूल में चपरासी नहीं होने की बात कही है.
स्कूल पहुंचते ही छात्र-छात्राएं हर दिन, पहले ताला खोलते हैं और इसके बाद वो अपने-अपने क्लासरूम की सफाई करते हैं और फिर कलम-किताब लेकर पढ़ाई करते हैं. छात्रों ने बताया कि ये काम वह हर दिन करते हैं. इस स्कूल में कुल 169 बच्चे पढ़ाई करते हैं.
खुद ही करते हैं क्लासरूम की सफाई
स्कूल के शिक्षक का कहना है कि स्कूल में चपरासी नहीं होने की वजह से साफ-सफाई का काम बच्चों को खुद ही करना पड़ता है और इस वजह से वो अपनी क्लास में झाड़ू लगाकर बैठते हैं.