ETV Bharat / state

छात्र किए जा रहे ऑनलाइन क्लास से वंचित, DEO ने कहा 'स्कूलों पर नहीं बना सकते दबाव'

कोरबा में निजी स्कूल प्रबंधन पर मनमानी के आरोप लग रहे हैं. पालकों ने कहा कि उनके बच्चों को ऑनलाइन क्लास से वंचित रखा जा रहा है. इधर डीईओ ने कहा कि निजी स्कूलों पर दबाव नहीं बनाया जा सकता है. अब पालक कोर्ट जाने की तैयारी में हैं.

Parents accused private schools of arbitrariness in Korba
निजी स्कूलों पर मनमानी का आरोप
author img

By

Published : Dec 23, 2020, 1:10 PM IST

कोरबा: निजी स्कूल प्रबंधन की मनमानी के खिलाफ जिला शिक्षा अधिकारी के ढीले रवैये से पालक संघ बेहद खफा हैं. पालक संघ का साफतौर पर आरोप है कि धरना-प्रदर्शन के बाद डीईओ ने निजी स्कूलों को आदेश जारी कर कहा था कि किसी भी छात्र को ऑनलाइन क्लास से वंचित ना किया जाए. अगर ऐसा किया जाता है, तो उन पर कड़ी कार्रवाई हो सकती है, लेकिन अब जब छात्रों को ऑनलाइन क्लास से वंचित किया जा रहा है, तब डीईओ ने अपने ही आदेश से यू-टर्न लेते हुए साफ तौर पर मामले से पल्ला झाड़ लिया है.

Parents accused private schools of arbitrariness in Korba
निजी स्कूलों पर मनमानी का आरोप

पालकों का कहना है कि अब डीईओ का कहना है कि वे सिर्फ निजी स्कूलों से आग्रह कर सकते हैं, कार्रवाई करना उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं है. पालक संघ ने इसकी शिकायत कलेक्टर से की है. वे न्यायालय की शरण में जाने की तैयारी भी कर रहे हैं.


पालकों में आक्रोश

डीईओ के बयान से पालकों में भारी आक्रोश है. हाल ही में पालक संघ के दबाव में आकर ऑनलाइन शिक्षा से सभी स्कूली छात्रों को जोड़ने का आदेश तो शिक्षा विभाग ने जारी कर दिया, लेकिन उस पर अब तक अमल नहीं कराया जा सका है. पालक संघ के सदस्यों ने जब इस संबंध में डीईओ से शिकायत की, तो उन्होंने कहा कि मैं किसी भी निजी स्कूल प्रबंधन पर दबाव नहीं डाल सकता. जिला शिक्षा अधिकारी के ऐसे बयान से जिले के हजारों पालकों में नाराजगी है.

Parents complained
पालकों ने की शिकायत

पढ़ें: SPECIAL: पुरातत्व संग्रहालय को संरक्षण की दरकार, न टूरिस्ट आते हैं, न अधिकारी

अभिभावक लेंगे न्यायालय की शरण

पालकों का कहना है कि कोरोना काल में सारे स्कूल बंद हैं, ऐसे में ऑनलाइन कक्षाएं ही संचालित हैं, तो एक निश्चित अनुपात में ही फीस भी ली जाए. उन्होंने कहा कि लेकिन स्कूल प्रबंधन पूरी फीस लेने पर आमादा है. इस समस्या के समाधान के लिए वह लगातार सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं. शिक्षा विभाग का रवैया भी इस दिशा में संतोषजनक नहीं है. ऐसी परिस्थिति में वे न्यायालय जाएंगे, जिसकी तैयारी की जा रही है.

कोरबा: निजी स्कूल प्रबंधन की मनमानी के खिलाफ जिला शिक्षा अधिकारी के ढीले रवैये से पालक संघ बेहद खफा हैं. पालक संघ का साफतौर पर आरोप है कि धरना-प्रदर्शन के बाद डीईओ ने निजी स्कूलों को आदेश जारी कर कहा था कि किसी भी छात्र को ऑनलाइन क्लास से वंचित ना किया जाए. अगर ऐसा किया जाता है, तो उन पर कड़ी कार्रवाई हो सकती है, लेकिन अब जब छात्रों को ऑनलाइन क्लास से वंचित किया जा रहा है, तब डीईओ ने अपने ही आदेश से यू-टर्न लेते हुए साफ तौर पर मामले से पल्ला झाड़ लिया है.

Parents accused private schools of arbitrariness in Korba
निजी स्कूलों पर मनमानी का आरोप

पालकों का कहना है कि अब डीईओ का कहना है कि वे सिर्फ निजी स्कूलों से आग्रह कर सकते हैं, कार्रवाई करना उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं है. पालक संघ ने इसकी शिकायत कलेक्टर से की है. वे न्यायालय की शरण में जाने की तैयारी भी कर रहे हैं.


पालकों में आक्रोश

डीईओ के बयान से पालकों में भारी आक्रोश है. हाल ही में पालक संघ के दबाव में आकर ऑनलाइन शिक्षा से सभी स्कूली छात्रों को जोड़ने का आदेश तो शिक्षा विभाग ने जारी कर दिया, लेकिन उस पर अब तक अमल नहीं कराया जा सका है. पालक संघ के सदस्यों ने जब इस संबंध में डीईओ से शिकायत की, तो उन्होंने कहा कि मैं किसी भी निजी स्कूल प्रबंधन पर दबाव नहीं डाल सकता. जिला शिक्षा अधिकारी के ऐसे बयान से जिले के हजारों पालकों में नाराजगी है.

Parents complained
पालकों ने की शिकायत

पढ़ें: SPECIAL: पुरातत्व संग्रहालय को संरक्षण की दरकार, न टूरिस्ट आते हैं, न अधिकारी

अभिभावक लेंगे न्यायालय की शरण

पालकों का कहना है कि कोरोना काल में सारे स्कूल बंद हैं, ऐसे में ऑनलाइन कक्षाएं ही संचालित हैं, तो एक निश्चित अनुपात में ही फीस भी ली जाए. उन्होंने कहा कि लेकिन स्कूल प्रबंधन पूरी फीस लेने पर आमादा है. इस समस्या के समाधान के लिए वह लगातार सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं. शिक्षा विभाग का रवैया भी इस दिशा में संतोषजनक नहीं है. ऐसी परिस्थिति में वे न्यायालय जाएंगे, जिसकी तैयारी की जा रही है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.