कोरबाः कोरोना हॉटस्पॉट बनने के बाद कोरबा जिले में कोविड हॉस्पिटल तैयार कर लिया गया है. यहां वर्तमान में 50 बेड और 5 वेंटिलेटर की व्यवस्था है. हॉस्पिटल में क्वॉरेंटाइन सेंटर भी बनाया गया है. ETV भारत ने कोविड हॉस्पिटल के जिम्मेदारी संभाल रहे प्रभारी डॉक्टर प्रिंस जैन (एमडी मेडिसिन) से खास बातचीत की. कोरबा में कोरोना के दुष्प्रभाव, इससे बचने के उपाय और ठीक होकर लौटे मरीजों के विषय में विस्तार से चर्चा की.
डॉ. जैन ने बताया कि शासन-प्रशासन और मीडिया सभी लगातार लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग मेंटनेंस, मास्क और सैनेटाइजर के उपयोग करने के लिए अपील कर रहे हैं. यही एक तरीका जिसके जरिए कोरोना जैसै वैश्विक माहामारी को हराया जा सकता है. कटघोरा में प्रशासन संक्रमण के रोकथाम के लिए लगातार जुटी हुई है. लेकिन कोरोना वायरस कंटेनमेंट जोन से बाहर नहीं निकल पाया. उन्होंने बताया कि गुरूवार की रात जो भी मरीज मिले है, वह उसी क्षेत्र के है जहां से पहले भी मरीज सामने आ चुके हैं. इसलिए सैंपल कलेक्शन का काम भी उसी आधार पर किया गया था.
बता दें जिले से 1222 सैंपल जांच के लिए भेजे जा चुका हैं, जिसमें से 1026 कि रिपोर्ट निगेटिव आ चुका है. बीती रात तीन नए मरीज मिलने के बाद कटघोरा से संख्या 27 हो चुका है और जिले में कुल संक्रमित हुए मरीजों की संख्या 28 है. वहीं वर्तमान में प्रदेश में 12 एक्टिव मरीज हैं, जो कोरबा के ही हैं.
वापस लौटे मरीजों का रख रहे पूरा ख्याल
डॉक्टर जैन ने बताया की AIIMS रायपुर से कोरोना संक्रमण के बाद स्वस्थ्य होकर वापस लौटे मरीजों का भी पूरा ख्याल रखा जा रहा है. उन्हें 14 दिन का क्वॉरेंटाइन पीरियड पूरा करना होगा. जिनपर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से निगरानी रख रहा है. किसी भी तरह के लक्षण दिखने पर फौरन संपर्क करने की समझाइश उन्हें दी गई है.