कोरबा: जिले के उपनगरीय क्षेत्र दर्री जमनीपाली के ऋतुराज बार में पुलिस ने सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया (sex racket busted rituraj hotel in korba ) है. जिसमें 1 महिला दलाल, 3 ग्राहकों के साथ पुलिस ने 3 सेक्स वर्कर्स को भी गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि बर्थ डे पार्टी में लड़कियों को बुलवाया गया था. इस प्रकरण में बर्थ डे पार्टी अरेंज करने वाले संदीप अग्रवाल को पुलिस ने मुख्य आरोपी बनाया है.
कौन है मुख्य आरोपी : दर्री निवासी संदीप अग्रवाल ने अपने जन्मदिन पर साडा कॉलोनी के ऋतुराज होटल एंड बार में तीन कमरे बुक कराए थे. उसने होटल में खुद की जन्मदिन पार्टी होने की जानकारी दी थी. पार्टी के नाम पर जब संदीप होटल पहुंचा तो उसके साथ एक महिला और तीन लड़कियां भी थी. इस बीच देर रात पुलिस को होटल में देह व्यापार होने की सूचना मिली. इस पर टीम ने छापा मारा तो अलग-अलग कमरों में संदीप सहित दो अन्य युवकों के साथ लड़कियां आपत्तिजनक हालत में मिलीं.पुलिस ने संदीप सहित बुधवारी बाजार निवासी अमन कुमार सिंह और दीपक बारी को गिरफ्तार कर लिया है. पूछताछ में पता चला कि पुरानी बस्ती में रहने वाली एक महिला दलाल इन लड़कियों को लेकर होटल में पहुंची थी. वह भी होटल में पुलिस के हत्थे चढ़ (darri police station area ) गई.
सीएसपी के नेतृत्व में कार्रवाई : सीएसपी के नेतृत्व में पुलिस ने ऋतुराज बार में रविवार की रात को ही छापामार कार्रवाई की थी. इस दौरान अमन कुमार सिंह , संदीप अग्रवाल ,दीपक बारिक और कुमारी मोनू खान की मौके से गिरफ्तारी हुई. मोनू खान महिला दलाल है, जो लड़कियों की सप्लाई कर रही थी. इस मामले में चारों आरोपियों के खिलाफ पीटा एक्ट के तहत कार्रवाई हुई है. वहीं मामले में गिरफ्तार सेक्स वर्कर्स को पुलिस ने छोड़ दिया. ये सभी कोरबा जिले की निवासी हैं. इसके अलावा पुलिस ने बार संचालक और उसके सहयोगी के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
संदीप अग्रवाल का राजनीतिक बैकग्राउंड : इस सेक्स रैकेट में संलिप्त मुख्य आरोपी संदीप अग्रवाल पार्षद का चुनाव लड़ चुका है. संदीप ने ही इस पार्टी का आयोजन किया था. बीजेपी दर्री मंडल के महामंत्री मनोज लहरे ने बताया कि " ऋतुराज होटल एंड बार का के संचालक राज जायसवाल मंडल में उपाध्यक्ष हैं. संदीप पूर्व में पद पर था, लेकिन फिलहाल वह किसी पद पर नहीं है. इन सभी बातो की जानकारी संगठन के उच्च पदाधिकारियों को दे दी गयी है".
कब से चल रहा था सेक्स रैकेट : सेक्स रैकेट कब से चल रहा था. इस सवाल के जवाब में दर्री सीएसपी लितेश सिंह ने बताया कि "हमें इस विषय में पहली बार ही सूचना मिली थी. हमने तत्काल कार्रवाई की है. कुछ लोगों की पहचान उजागर नहीं की जा रही है. ताकि पीड़ित सेक्स वर्कर की पहचान उजागर ना हो.'' कुछ लोगों पर नरमी बरतने के सवाल पर सीएसपी ने कहा कि ''पीटा एक्ट के तहत संदिग्ध अवस्था में पकड़े जाने पर ही उन पर ही कार्रवाई की जाती है"
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एसपी को मिली सीधी सूचना : जिस थाना क्षेत्र में रेव पार्टी और सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ हुआ. इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को नहीं दी गई थी. इस बात की सूचना सीधे एसपी संतोष सिंह को फोन के माध्यम से मिली. पुलिस ने भी इस बात की जानकारी सार्वजनिक की है कि जानकारी सीधे एसपी को मिली. जिसके बाद उन्होंने दर्री थाना के किसी भी अधिकारी को सूचना दिए बगैर साइबर सेल प्रभारी कृष्णा साहू और दर्री सीएसपी लितेश सिंह को कार्रवाई के निर्देश दिए. जानकारी मिली है कि इस पार्टी में दर्री थाना के दो आरक्षक भी मौजूद थे. लेकिन बाद में यह बताया गया कि इन आरक्षकों को पुलिस ने ही अपना पॉइंटर बनाकर पार्टी में भेजा था. 2 आरक्षक और इनकी भूमिका को लेकर भी क्षेत्र में जबरदस्त चर्चा है. सीएसपी लितेश सिंह के नेतृत्व में यह सारी कार्रवाई की गई. जिसका खुलासा सोमवार की रात को लगभग 24 घंटे बाद किया गया. रविवार की रात भर कार्रवाई के बाद सोमवार को भी पूरे दिन पुलिस के अधिकारी पूरे दिन खुलकर कुछ भी बताने से बचते रहे. हालांकि रात के लगभग 9 बजे आधिकारिक प्रेस नोट के जरिये पुलिस ने पूरी जानकारी को सर्वाजनिक किया.korba crime news