कोरबा: आपदा मित्र तैयार करने के लिए पूरी फंडिंग केंद्र सरकार द्वारा की जा रही है. इसके लिए जिले के लाइवलीहुड कॉलेज में प्रशिक्षण शिविर लगाया गया है. (SDRF trained youth in Korba) जहां फायर फाइटिंग, ऊंचाई से लोगों को सुरक्षित नीचे उतारना, बाढ़ से निपटने और घायल लोगों का रेस्क्यू करने जैसे जोखिम भरे कार्यों से कैसे निपटना है. इसका प्रशिक्षण युवाओं को दिया जा रहा है. (disaster training camp in korba) जिसके लिए SDRF की विशेष टीम को ट्रेनिंग देने की जिम्मेदारी भी दी गई है. जिनके द्वारा युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. (korba news update)
"ग्रुप बनाकर रखेंगे डेटाबेस": जिन युवाओं को आपदा मित्र बनाया गया है. उनका एक व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया जाएगा. इस विषय में संभागीय नगर सेनानी राजेश कुमार पांडे ने बताया कि "कोरबा जिले में 300 आपदा मित्र तैयार करने का लक्ष्य है. अलग बैच में इन सभी को प्रशिक्षण दिया गया है. अब उन सभी का एक ग्रुप तैयार कर पूरा डेटाबेस हमारे पास मौजूद है. जब कभी भी विपरीत परिस्थितियां निर्मित होगी. तब इन्हें तत्काल आपदा प्रबंधन के काम में लगाया जा सकेगा. कोरबा जिले में एक बार चिमनी हादसा हुआ था. जिसमें गंभीर परिस्थितियां निर्मित हो गई थी. स्थानीय पुलिस और प्रशासन के पास कई बार सीमित संख्या में बल होते हैं. ऐसे में आपदा मित्र एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगे."
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प्रशिक्षण के माध्यम से कौशल उन्नयन: कोरबा जिला केंद्र सरकार द्वारा घोषित आकांक्षी जिलों में भी शामिल है. जिसमें युवाओं का कौशल एक प्रमुख भाग है. अब आपदा मित्र के प्रशिक्षण के जरिए एक तरह से युवाओं का कौशल उन्नयन भी किया जा रहा है. जिससे स्थानीय स्तर पर आपदा प्रबंधन कि भर्तियों में भी युवाओं को लाभ मिलेगा. जबकि संभागीय सेनानी पांडे ने बताया कि यह युवा तब काम आएंगे, जब कभी विपरीत परिस्थितियां निर्मित होंगी और स्थानीय पुलिस और प्रशासन को अधिक बल की जरूरत पड़ेगी.