कोरबा: कोरबा जनपद के शिक्षाकर्मी और शिक्षकों के दस्तावेज खंगालने का काम शुरू कर दिया गया है. आने वाले तीन दिनों तक कोरबा विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में दस्तावेज खंगालने का काम किया जाएगा. इसमें किसी भी तरह के फर्जीवाड़े की बात सामने आने पर संबंधित शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
धौराभांठा के शिक्षाकर्मी पर लगा था आरोप
दरअसल, कोरबा जनपद के प्राथमिक शाला धौराभांठा के शिक्षाकर्मी तुमान प्रसाद राजवाड़े का प्रमाण पत्र फर्जी पाए जाने के बाद उनपर विभागीय कार्रवाई करते हुए निलंबित कर दिया गया है. तुमान का मामला उजागर होने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कम्प मच गया. जिसपर संज्ञान लेते हुए बिलासपुर संभागीय कमिश्नर ने सभी शिक्षाकर्मी और सहायक शिक्षकों के दस्तावेजों की जांच करने के आदेश दिए हैं.
पहले दिन की जांच में कोई त्रुटि नहीं
आदेश के बाद विकासखंड शिक्षा अधिकारी संजय अग्रवाल द्वारा कार्यालय में 3 दिन का शिविर लगाकर कुल 1475 शिक्षाकर्मी और सहायक शिक्षकों के दस्तावेजों का सत्यापन किया जा रहा है. पहले दिन करीब 500 लोगों के दस्तावेजों का सत्यापन किया गया, जिसमें किसी भी प्रकार की त्रुटि नहीं पाई गई है.
कमिश्नर के आदेश पर जांच
जिला शिक्षा अधिकारी सतीश कुमार पांडेय ने बताया कि कमिश्नर के आदेश पर जांच की जा रही है. जांच के दौरान किसी भी तरह का फर्जीवाड़ा सामने आता है तो संबंधित व्यक्ति के खिलाफ नियम के तहत कार्रवाई की जाएगी.
बीएड और डीएड प्रमाण पत्रों पर फोकस
उन्होंने आगे बताया कि सभी के दस्तावेजों का सत्यापन किए जाने के साथ ऑनलाइन प्रमाण पत्रों का सत्यापन भी किया जा रहा है. जांच प्रतिवेदन को शासन को भेजा जाएगा. इस तीन दिन के जांच शिविर में बीएड और डीएड प्रमाण पत्रों पर ही फोकस किया जा रहा है. यदि आदेश हुआ तो अनुभव प्रमाण पत्र, स्पोर्ट्स, एनसीसी प्रमाण पत्रों को भी खंगाला जाएगा.