कोरबा: जिले के लोग पिछले कुछ सालों से हाथियों के उत्पात का दंश झेल रहे हैं. बीते कुछ दिनों से जिला मुख्यालय से 100 किलोमीटर दूर फुलसर गांव और उसके आस पास के जंगलों में लगभग 43 हाथियों के दल ने डेरा डाल रखा है. जो आए दिन आस पास के ग्रामीण इलाकों में जमकर उत्पात मचा रहे हैं.
वन अमला गांव के लोगों के साथ हाथियों से निपटने के लिए जुटा हुआ है. कुछ ग्रामीणों की मानें तो हाथियों के डर से कुछ लोग पिछले तीन -चार रातों से सो तक नहीं सके हैं. हाथों में मशाल लिए रात भर हाथियों को गांव में उत्पात मचाने से रोक रहे हैं. हाथी लगातार क्षेत्र में जान-माल का नुकसान कर रहे हैं. फसलों ले लेकर ग्रामीणों के घरों तक नुकसान पहुंचा रहे हैं.
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टीचर ने की ट्रांसफर की मांग
कटघोरा की रहने वाली एक दिव्यांग महिला टीचर जो फुलसर गांव में बच्चों को पढ़ाती हैं. हाथी बीती रात टीचर के घर आ धमके थे. जिसके बाद टीचर ने जैसे-तैसे अपनी और अपने 5 साल के बच्चे की जान बचाई . हाथियों ने यहां जन-जीवन को प्रभावित कर दिया है. महिला टीचर ने प्रशासन से ट्रांसफर की मांग की है. हाथियों के उत्पात से कोरबा के लोग काफी डरे हुए और परेशान हैं