कोरबा: लॉकडाउन के 6वें दिन जिला प्रशासन ने शासकीय उचित मूल्य की दुकानों को कुछ समय के लिए रियायत दे दी है. इसे देखते हुए सुबह 7 से दोपहर 12 बजे तक उचित मूल्य की दुकान खोली गई. यहां से सरकारी राशन का वितरण किया जा रहा है. जिससे निचले तबके के लोगों ने काफी राहत महसूस की है. उनका कहना था कि लॉकडाउन को 6 दिन हो चुके हैं. घर में राशन खत्म हो चुका था. लॉकडाउन में रोजी मजदूरी के काम भी बंद हो चुके हैं. ऐसे में सरकारी राशन दुकान ही उनके लिए एकमात्र सहारा है.
सरकारी राशन दुकान खासतौर पर BPL वर्ग से आने वालों के लिए एक बड़ा सहारा होता है. यहां से रियायती दर पर मिलने वाले चावल से ही उनके घर भोजन का इंतजाम होता है. कई परिवार इसी चावल पर आश्रित रहते हैं. ऐसे में शासकीय उचित मूल्य की दुकानों को खोला जाना गरीबों के लिए बड़ी राहत है. कई ऐसे परिवार हैं जो महीने के शुरुआत में राशन नहीं ले पाते.
दुर्ग में फल और सब्जी बेचने की अनुमति, खुलेंगी राशन दुकानें
नियमों का पालन करवाना होगी चुनौती
राशन दुकान में राशन लेने के दौरान लोगों की भीड़ भी राशन दुकानों में देखने को मिल रही है. इसलिए यहां कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कराना बड़ी चुनौती होगी.
सब्जी वितरण के भी आदेश
राज्य शासन ने एक दिन पहले ही सब्जी के इंतजाम के लिए भी निर्देश दिए हैं. जिसमें घर-घर जाकर सब्जी वालों को सब्जी बेचने की बात कही गई है. हांलाकि इसकी शुरुआत फिलहाल जिले में नहीं हुई है.