कोरबा: ग्रामीण से जमीन नामांतरण के मामले में रिश्वत मांगने वाले पटवारी दामोदर तिवारी को सस्पेंड कर दिया गया है. पसान क्षेत्र में पदस्थ रिश्वतखोर पटवारी के कारनामों की खबर सबसे पहले ईटीवी भारत ने दिखाई थी. जिस पर संज्ञान लेते हुए प्रशासन ने ठोस कार्रवाई की है.
यह भी पढ़ें: गौरेबा पेंड्रा मरवाही में दिव्यांगों के प्रोत्साहन राशि में अफसरों की बंदरबांट, कैमरे के सामने कबूला अपना जुर्म
आरोपी पटवारी ने खेत नामांतरण के लिए महिला से 20 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी. खबर प्रसारित होने के बाद इस संबंध में स्थानीय विधायक मोहित राम केरकेट्टा ने भी SDM से जांच की बात कही थी. फिलहाल पटवारी को पोड़ी उपरोड़ा मुख्यालय से अटैच कर दिया है. उसकी जगह हल्का नंबर 8 के पटवारी शिवलाल भगत को अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी गई है.
आरोपों की हुई पुष्टि
जांच टीम ने पटवारी पर लगे सभी आरोप सही पाए हैं. ईटीवी भारत की खबर के बाद स्थानीय विधायक मोहित राम केरकेट्टा ने जानकारी मिलने के बाद SDM को सूचना और जांच के निर्देश दिए थे. पसान क्षेत्र के आश्रित ग्राम बोकरा मुड़ी में एक महिला खेत के नामांतरण के लिए महीनों से तहसील कार्यालय का चक्कर काट रही थी.
यह भी पढ़ें: दंतेवाड़ा में बेमौसम बारिश से धान खरीदी की राह में अड़चन, बढ़ी किसानों की मुश्किलें
बोकरा मुड़ी की मुन्नी बाई ने बताया कि पटवारी ने उससे नामांतरण के लिए 20 हजार रुपये के रिश्वत की मांग की है. मुन्नी बाई के अनुसार पिता चतुर सिंह यादव की मृत्यु लगभग 15 वर्ष पूर्व हो चुकी है. इसके दो बेटी और एक बेटा था. बाकी लोगों का 4.5 एकड़ खेत का बंटवारा हुआ. बाकी दोनों का बंटवारे के बाद नामांतरण हो गया, लेकिन मुन्नी बाई का लगभग 1.5 एकड़ खेत के ऑनलाइन नामांतरण के लिए वह महीनों से तहसील कार्यालय का चक्कर काट रही है.
वहीं, जांच टीम से प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर SDM पोड़ी ने पटवारी दामोदर तिवारी को सस्पेंड कर दिया है. आदेश में लिखा गया है कि पटवारी दामोदर तिवारी का कृत्य सिविल सेवा के आचरण के विपरीत मिला है. इसके चलते ही यह कार्रवाई की गई है.