कोरबा : जिले में ठंड हर ढलते दिन के साथ बढ़ रही है. मंगलवार की सुबह जिले के अधिकतर क्षेत्रों में कोहरे की चादर छाई रही. पारा 5 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है, जिससे ठिठुरन बढ़ गई है.
जिले में उत्तरी हवाओं ने ठंड बढ़ा दी है पिछले 4 से 5 दिन के अंदर तापमान में 5 डिग्री सेल्सियस तक रिकॉर्ड हुआ है औसतन दिन भर का तापमान 21 डिग्री अधिकतम रिकॉर्ड हो रहा है जबकि आधी रात से लेकर सुबह तक का न्यूनतम तापमान 5 से 6 डिग्री तक रहा है. मंगलवार की सुबह पूरे जिले में घने कोहरे की चादर छाई रही. मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में भी ठंड से राहत के फिलहाल कोई आसार नहीं हैं.
दर्री डैम का दृश्य मनमोहक
कोहरे की चादर के बीच दर्री डैम का दृश्य मनमोहक बना हुआ है.
धान में भी नमी का खतरा
वहीं ठंड बढ़ने से धान में नमी का खतरा बना हुआ है. इससे किसानों की परेशानी बढ़ सकती है. ठंड अधिक होने के कारण कई किसान अब तक धान बेचने के लिए टोकन भी नहीं कटा पाए हैं. सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि सिर्फ 17% तक नमी वाले धान को ही खरीदा जाएगा.
बिजली की खपत भी बढ़ी
ठंड बढ़ने के साथ ही बिजली की खपत में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है. वाटर हीटर, रूम हीटर और गीजर जैसे उपकरणों के अत्यधिक उपयोग से बिजली की मांग बढ़ी हुई है. वर्तमान में राज्य में 3400 मेगावाट बिजली की मांग है. हालांकि फिलहाल बिजली संकट जैसी स्थिति नहीं है.
सीएसईबी के सभी प्लांट कम लोड पर चल रहे हैं. वर्तमान में कोरबा पूर्व में 181, एचटीपीपी में 971, डीएसपीएम में 437, मड़वा से 700 और बांगो हाइडल प्लांट से 39 मेगावाट का बिजली उत्पादन किया जा रहा है. जोकि मांग की तुलना में काफी कम है. इसकी पूर्ति के लिए राज्य शासन द्वारा सेंट्रल सेक्टर से 1200 मेगावाट बिजली उधार ली गई है, जिससे मांग और आपूर्ति में सामंजस्य बना हुआ है.