कोरबा: नगर निगम के पांचवें कार्यकाल की पहली सामान्य सभा विवादों से घिर गई है. नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल ने सत्ता पक्ष पर आरोप लगाया है कि सभा शुरू होने के पहले उन्हें कोरोना की आड़ में घर पर ही रोकने का प्रयास किया गया. विपक्ष के कुछ पार्षदों को भी जबरन सभा में शामिल होने से रोका जा रहा है. नगर निगम की सामान्य सभा के सभापति श्यामसुंदर सोनी के निर्देश पर सभा का संचालन शुरू किया गया. सोमवार को नगर निगम की सामान्य सभा प्रस्तावित थी.
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विपक्ष ने सत्तापक्ष को घेरने की पूरी तरह से तैयारी कर रखी थी. विपक्ष का आरोप है कि सत्तापक्ष ने विपक्ष के पार्षदों को सभा में जानबूझकर शामिल होने से रोका है. इसमें पुलिस और प्रशासन का सत्तापक्ष दुरुपयोग कर रही है. सत्ता पक्ष चाहती है कि एजेंडों को बिना चर्चा और बहस के अपने चहेतों को लाभ दिलवाने के लिए प्रस्ताव पारित करा लिया जाए.यही वजह है कि विपक्ष की सहभागिता को नगर निगम की सत्ता सामान्य सभा में दबाना चाह रही है. यह सीधे तौर पर लोकतंत्र की हत्या करने का प्रयास है.
सत्ता के भी कुछ पार्षदों का समर्थन
विपक्ष का कहना है कि उन्हें सत्ता में शामिल कुछ जेसीसीजे, बीएसपी और माकपा के पार्षदों का भी समर्थन प्राप्त है. जो कि जनविरोधी एजेंडो का विरोध करने के लिए विपक्ष का समर्थन कर रहे हैं. सत्ता को डर है कि बीच सभा में उनकी कलई खुल सकती है, जिसके कारण विपक्ष को रोकने का प्रयास किया जा रहा है.
भाजपा के कुछ पार्षद आए थे पॉजिटिव
बीजेपी के पार्षद फिरत राम साहू और प्रेमचंद पांडे कोरोना पॉजिटिव रहे हैं. जिन्हें सत्ता पक्ष ने सभा में शामिल नहीं होने को कहा था. अब विपक्ष का कहना है कि पॉजिटिव होने के बाद वह निगेटिव आ चुके हैं. इसलिए वह सभा में शामिल होने पहुंचे हैं. हालांकि ऐसे पार्षदों को सभा में शामिल होने से रोकने की बात हो रही है.